उत्तर प्रदेश

Sunderkand Path in Ayodhya: अयोध्याजी में 5 हजार मातृशक्तियां करेंगी सुंदरकाण्ड का पाठ

- दुकानदारों की पहचान उजागर करने के अभियान का किया गया समर्थन

अयोध्या। (Sunderkand Path in Ayodhya)
ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति की ओर से सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में आगामी 1 सितम्बर 2024 को पावन तीर्थ अयोध्या जी में पांच हजार मातृ शक्तियों द्वारा सामूहिक सुंदरकाण्ड का पाठ किया जाएगा। यह जानकारी सपना गोयल ने बुधवार 31 जुलाई को भूतनाथ मार्केट के बी-209, सावित्री प्लाजा में आयोजित मासिक संगोष्ठी के दौरान संवाददाताओं को दी। (Sunderkand Path in Ayodhya)

मासिक संगोष्ठी में सपना गोयल ने बताया कि धर्म उत्थान के लिए मातृ शक्तियां निरंतर धर्म की सेवा में लगी हुई हैं और सुंदरकांड महा अभियान के प्रति जागरूक हो रही हैं। इसके साथ ही वह दूसरों में भी भक्ति भावना जागृत कर रही हैं। भारतवर्ष की वर्तमान परिस्थितियों की बेहतरी के लिए देश को सच्चे सेवकों की जरूरत है। देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को सच्ची सेवा की आवश्यकता है। विश्व के उत्थान और विश्व शांति की दिशा में सत्य सनातन नारी शक्ति सतत प्रयासरत है। सत्य सनातन नारी शक्ति का लक्ष्य भारतवर्ष को दोबारा उसकी आध्यात्मिक पहचान दिलवाना है। इसके लिए जरूरी है कि हर सनातनी प्रतिदिन अपने घर में सुंदरकांड का पाठ करें। इसके साथ ही वह हर मंगलवार और शनिवार को नजदीकी मंदिर से जुड़कर वहां भी सुंदरकांड का पाठ करें। सनातन मार्ग केवल हिंदुओं का ही नहीं बल्कि समस्त मानवों का कल्याण करता है इसलिए सनातन ही एक ऐसा धर्म है जिसका ना तो आदि है और न अंत। वह अजर, अमर और शाश्वत है। सनातन, सत्य का मार्ग दिखाता है।

सपना गोयल ने इस अवसर पर यह भी कहा कि सभी सनातनी जो देशभक्त हैं वह राष्ट्रहित और अपने धर्म की सुरक्षा के लिए दुकानों और ठेलों आदि पर अपनी पहचान अवश्य लगाएं। इससे सनातन की आत्मा का अहित, जाने-अनजाने में नहीं होगा वहीं धर्म भ्रष्ट होने का पाप भी नहीं चढ़ेगा। वास्तव में सभी सनातनियों की पहचान भक्ति है।

सपना गोयल ने बताया कि वर्तमान में 56 शक्तिपीठ सक्रिय है। शक्तिपीठें, आगरा, जौनपुर, बरेली, मुरादाबाद, चांदपुर, संभल, नोएडा, गाजियाबाद, रायबरेली, बनारस, लखीमपुर, कानपुर, बिठूर, बस्ती, नैमिषारण्य, सीतापुर, शाहजहांपुर, अमेठी, बाराबंकी आदि में मुख्य रूप से संचालित की जा रही हैं। इसके साथ ही हरियाणा, असम, कर्नाटक के बेंगलुरु, पंजाब के अमृतसर और भोपाल, जोधपुर, दिल्ली गुड़गांव के साथ ही विदेशों में अमेरिका के न्यूजर्सी, शिकागो सहित मॉरीशस आदि में सुंदरकांड पाठ का अभियान संचालित किया जा रहा है।

सपना गोयल ने संगोष्ठी में बताया कि जिस तरह से उनके एक मात्र संयोजन में 10 मार्च को पांच हजार मातृ शक्तियों द्वारा झूलेलाल घाट में वृहद स्तर पर सुंदरकांड का पाठ करवाया गया था उसी तरह से उत्तराखंड कोटद्वार के प्राचीन सिद्धबली मंदिर और नैमिषारण्य तीर्थ में भी भव्य सुंदरकाण्ड का पाठ सफलतापूर्वक आयोजित किया जा चुका है। उसी क्रम में नवम्बर महीने में हरिद्वार तीर्थ में पांच हजार महिलाओं द्वारा वृहद सामूहिक सुंदरकांड का पाठ प्रस्तावित है।

अयोध्या पर एक नजर
उत्तर भारत का एक शहर है जिसे हिंदू धर्म में पवित्र शहर और राम की जन्मस्थली तथा बौद्ध धर्म के ऐतिहासिक केंद्र के रूप में जाना जाता है । हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए महत्वपूर्ण स्थल पर मुगलकालीन मस्जिद, बाबरी मस्जिद थी, जिसे 1992 में अंतरधार्मिक तनावों के बीच नष्ट कर दिया गया था । 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हिंदुओं को यह स्थल दे दिया गया, एक नया राम मंदिर बनाया गया, जिसका उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को होगा। अयोध्या घाघरा नदी पर स्थित है, जिसे दक्षिण-मध्य उत्तर प्रदेश राज्य में फैजाबाद के ठीक पूर्व में सरयू या सरजू के नाम से भी जाना जाता है।

अयोध्या एक प्राचीन शहर है, जिसे हिंदुओं के सात पवित्र शहरों में से एक माना जाता है, क्योंकि इसका संबंध महान भारतीय महाकाव्य ‘महाभारत’ से है।रामायण के जन्म के साथराम और उनके पिता दशरथ के शासन के साथ। इस स्रोत के अनुसार, यह शहर समृद्ध और अच्छी तरह से किलेबंद था और इसकी आबादी बहुत बड़ी थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
Back to top button