Shahjahanpur News: 2 किमी चारपाई पर लाई गई गर्भवती, सड़क न होने से नहीं पहुंची एम्बुलेंस
कीचड़ वाले रास्ते पर 2 किलोमीटर तक चारपाई पर गर्भवती को लाये ग्रामीण।
शाहजहांपुर। (Shahjahanpur News) एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश में युद्द स्तर पर विकास करने और विकास की गंगा बहाने जैसे दावे किये जा रहे हैं तो वहीं तेजी से विकास का दावा किया जा रहा है। तो वहीं, कुछ बड़े शहरों को छोड़कर अधिकतर इलाके आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। प्रदेश के कई इलाके तो ऐसे हैं जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का अकाल पड़ा है। (Shahjahanpur News) कई ग्रामीण इलाके पक्की सड़क को तरस रहे हैं। (Shahjahanpur News) लोकसभा चुनाव में सड़क को लेकर शाहजहाँपुर जिले के कई गांव में धरना प्रदर्शन हुए लेकिन सड़के न बनी। ऐसी ही विकास की पोल खोलती एक तस्वीर शाहजहांपुर जिला के बंडा इलाके के उदरा गांव से सामने आई है जो विकास के दावों की पोल खोल रही है। यहां ग्रामीणों ने सड़क न होने के कारण प्रसूता को खटिया पर लेकर 2 किलोमीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक पहुंचाया। ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद महिला अस्पताल पहुंच सकी, जिससे उसकी जान बच सकी। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि अधिकारी बयान देने से कतराते रहे। (Shahjahanpur News)
दरअसल बंडा के उदरा गांव से ये शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां एक गर्भवती महिला की अचानक तबियत खराब हो गई तो परिजनों ने एम्बुलेंस को सूचना देकर बुलाया। एम्बुलेंस तो पहुंची लेकिन सड़क न होने से गांव के 2 किलोमीटर बाहर ही खड़ी हो गई। गांव जाने वाली सड़क पर भयंकर कीचड़ होने की वजह से एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंची। बरसात के दिनों में गांव जाने वाली सड़क पर जलभराव और कीचड़ होने से बाइक निकालना भी खतरे से खाली नहीं है। कीचड़ भरी फिसलन से गिरकर कई लोग चोटिल हो चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया सड़क नहीं होने और भारी बारिश की वजह से वाहन गांव तक नहीं पहुंच सकता था। इस वजह से एंबुलेंस गांव के बाहर ही खड़ी रही। घरवालों ने गर्भवती को खटिया पर लिटाया खेत की मेढ़ों जैसे दुर्गम रास्तों से गुजरकर 2 किलो मीटर दूर खड़ी एम्बुलेंस तक पहुंचाया गया। यहां से उसे स्वास्थ्य केंद्र तक लाया गया। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि गांव की सड़क को शीघ्र बनवा दिया जाए। बारिश के दिनों में अगर किसी की तबीयत खराब हो जाए तो ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है। अब इस तरह की घटना सामने आने के बाद क्या जिम्मेदार इस पर कोई फैसला लेंगे या फिर इस गांव के लोगों को इसी तरह जिंदगी गुजारनी होगी, यह देखने वाली बात है।
जानकारी के अनुसार, गांव उदरा टिकरी से मोहनपुर गांव को जोड़ने वाली करीब चार किमी सड़क कच्ची है। रोड पर बरसात में जगह-जगह पानी भर जाता है। ग्रामीण किसी तरह इसी मार्ग से आवागमन करते हैं, लेकिन स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गांव में कोई बीमार पड़ने पर उसे अस्पताल पहुंचाना भी कठिन हो जाता है। बृहस्पतिवार को गांव के जितेंद्र सिंह को इसी तरह की मुश्किल का सामना करना पड़ा। उनकी पत्नी रविता देवी को प्रसव पीड़ा हुई तो उन्होंने 108 एंबुलेंस को कॉल किया।
गड्ढे-कीचड़ देख गांव के बाहर खड़ी कर दी एंबुलेंस
एंबुलेंस लेकर चालक गांव के संपर्क मार्ग पर आया तो आगे गहरे गड्ढे और कीचड़ देख उसने गांव से कुछ दूरी पर ही एंबुलेंस रोक दी। इस पर जितेंद्र घरवालों की मदद से पत्नी को चारपाई पर लिटाकर एंबुलेंस तक लेकर गए। इस दौरान महिला प्रसव पीड़ा से कराहता रही। इसके बाद गर्भवती को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
गर्भवती को चारपाई पर ले जाते हुए गांव के लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला तो वह वायरल हो गया। गांव के बलदेव सिंह, मुख्तियार सिंह, हरपाल सिंह, जितेंद्र सिंह, हरविंदर सिंह आदि का कहना है कि रोड को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों से मांग की गई, लेकिन आज तक किसी ने सड़क बनवाने की जरूरत नहीं समझी। बारिश में स्थिति और खराब हो जाती है।