उत्तर प्रदेशक्राइम

शाहजहांपुर में भीषण सड़क हादसे में 11 की मौत 10 घायल

आशंका जताई जा रही कि डंपर चालक नींद या नशे में वाहन दौड़ा रहा था।

सुधीर कुमार (स्टेट क्राइम रिपोर्टर)
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद में शनिवार रात्रि लगभग 11:00 बजे एक भीषण सड़क हादसा हो गया। हादसे में 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भीषण हादसे के बाद सड़क पर लाशों का ढेर लग गया। चीख-पुकार के बीच परिजन अपनों को तलाशते दिखाई दिए। ये सभी लोग अन्य साथियों के साथ निजी बस से सीतापुर से पूर्णांगिरी (उत्तराखंड) जा रहे थे। शनिवार रात 12.15 बजे ढाबे पर भोजन-जलपान के लिए रुके, उसी दौरान तेज गति से आ रहा डंपर टकराकर पलट गया। रात एक बजे तक सात शव डंपर के नीचे से निकाले गए। दो अन्य ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लाशें देख उनके घरों में कोहराम मचा हुआ है। खुटार थाना क्षेत्र में हुए बस सड़क हादसे में घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि खुटार थाना क्षेत्र के लखीमपुर गोला रोड पर हुए बस सड़क हादसे में अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। जबकि इस हादसे में 10 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए शाहजहांपुर के मेडिकल कॉलेज भिजवाया गया है।

एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि बस में सवार सभी श्रद्धालु सीतापुर जिले के कमलापुर थाना क्षेत्र में स्थित जेठहा गांव के रहने वाले थे। बस में सवार सभी श्रद्धालु सीतापुर से उत्तराखंड में मां पूर्णागिरि के दर्शन को जा रहे थे। बस में सवार श्रद्धालु एक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके हुए थे।तभी मौरंग गिट्टी से भरा हुआ एक ट्रक बस को टक्कर मारते हुए बस के ऊपर पलट गया। जिसमें दबकर बस में सवार श्रद्धालुओं की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि ट्रक और बस के नीचे दबे सभी श्रद्धालुओं को बाहर निकाल लिया गया है और घायलों को बेहतर उपचार के लिए शाहजहांपुर के मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। सड़क हादसे की सूचना पाकर जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह व पुलिस अधीक्षक और भारी पुलिस फोर्स घटना स्थल पर पहुंचे। जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि इस भीषण सड़क हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है और 10 यात्री घायल हुए हैं। जिनका बेहतर उपचार मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि शासन और जिला प्रशासन स्तर से जो भी आर्थिक मदद संभव होगी वह मृतकों के परिजनों और घायलों को दी जाएगी।

25 घायलों का जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
25 घायलों का सरकारी अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है। रात दो बजे तक राहत कार्य जारी रहा। कुछ अन्य श्रद्धालुओं के भी दबने की आशंका जताई जा रही थी। बस में 40 से अधिक श्रद्धालु होने का अनुमान जताया जा रहा। उत्तराखंड के पूर्णांगिरी में देवी माता का दरबार है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां दर्शन करने जाते हैं। सीतापुर के सिंधौली से श्रद्धालुओं को एक जत्था शनिवार रात को निजी बस से रवाना हुआ था।

बस का अगला हिस्सा हुआ क्षतिग्रस्त
पुलिस के अनुसार, बस गोला मार्ग से होकर खुटार पहुंची थी। वहां चालक ने जलपान एवं भोजन के लिए बस एक ढाबे के बाहर खड़ी कर दी। कुछ श्रद्धालु ढाबे के अंदर चले गए थे, कुछ बस में बैठे रहे जबकि शेष आसपास टहल रहे थे। उसी दौरान गोला की जा रहा डंपर अनियंत्रित होकर ढाबे के बाहर खड़ी बस से टकराया, इसके बाद वहीं पलट गया। डंपर की टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

कुछ श्रद्धालु डंपर के नीचे दब गए। दुर्घटना देख ढाबे में बैठे श्रद्धालुओं में भी चीखपुकार मच गई। ढाबा कर्मचारी मदद को दौड़े मगर, दुर्घटनास्थल का दृश्य भयावह था। दो श्रद्धालुओं के आधे शरीर डंपर के नीचे दबे थे, वे कराहते हुए दम तोड़ते गए। शोर-शराबा के बीच राहगीरों रोका गया परंतु, चारों ओर डंपर से बिखरी बजरी पड़ी होने से राहत कार्य शुरू नहीं हो सका। इस बीच फोन कर पुलिस बुलाई गई। आनन-फानन एक क्रेन और बैकहो लोडर का इंतजाम किया गया।

दुर्घटना में सीतापुर के सिंधौली निवासी अजीत, सुमन देवी, आशीष, मुन्नी, शिवशंकर और सीमा की मौके पर मृत्यु हो गई। इसके बाद सीतापुर के कमलापुर निवासी स्वानमति और दो अज्ञात ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सरस्वती, रीता, मिष्ठी, बिट्टो, गीता समेत 25 लोग घायल हैं। इनमें चार की हालत गंभीर बनी हुई है। एक श्रद्धालु डंपर के नीचे से जीवित निकाल लिया गया। उसकी हालत भी गंभीर बनी हुई है।

एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि बस में सवार लोग परिवारों के साथ पूर्णागिरी जा रहे थे। मृतक अलग परिवारों के हैं मगर, घायलों में एक-दूसरे के संबंधी शामिल हैं। घायलों की हालत में सुधार के बाद स्पष्ट हो सकेगा कि बस में कितने लोग सवार हुए थे। थाना पुलिस के माध्यम से बस मालिक को भी सूचना भेजी जा रही है।

चालक को नींद आने से हुआ हादसा
दुर्घटना के बाद बस और डंपर चालक का सुराग नहीं लगा। आशंका जताई जा रही कि डंपर चालक नींद या नशे में वाहन दौड़ा रहा था। तेज गति के साथ वह अचानक रांग साइड में पहुंचा और बस से टकराकर पलट गया। पुलिस का कहना है कि डंपर से बजरी-रेता बस और आसपास बिखर जाने से राहत कार्य में कठिनाई आई। रात दो बजे तक बस के क्षतिग्रस्त हिस्से और पलटे हुए डंपर के नीचे चालक की तलाश की जा रही थी। संभव है कि दुर्घटना के दौरान हुई अफरातफरी के बीच डंपर चालक व उसका सहयोग भाग गया हो। बस चालक के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा था।

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