Weather Update : यूपी में भारी बारिश, पूरे प्रदेश में पहुंचा मानसून
असम में बाढ़ से 6 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, 35 मौतें
लखनऊ। Weather Update उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों से विभिन्न इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने अब विकराल रूप ले लिया है। सोमवार की रात से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में बिजली के पोल गिर गए। वहीं पेड़ गिरने से बिजली की लाइन टूटने से विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई है। तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश से काफी लोगों का नुकसान भी हुआ है। कई जगह से आकाशीय बिजली गिरने की भी खबरें आ रही है। बारिश से कई किसानों के चेहरे भी खेले हैं वहीं कई किसान परेशान भी दिखाई दे रहे हैं। यूपी के हर जनपद में मानसून पहुंच चुका है अगले तीन से चार दिन भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। प्रदेश के कई हिस्सों में अगले तीन से चार दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मानसून रविवार को पूरे प्रदेश में पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिकों ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि जून के अंतिम दिन पूरे प्रदेश में सुबह साढ़े आठ बजे तक 63.3 मिमी बरसात रिकाॅर्ड हुई। वहीं जून माह में पूरे प्रदेश में 45.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। Weather Update
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुतबिक, बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। कई इलाकों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज व येलो अलर्ट भी घोषित किया गया है। हरदोई, कानपुर, लखीमपुर खीरी, बलिया, प्रयागराज, झांसी, उरई, हमरीपुर, अलीगढ़, लखनऊ समेत प्रदेश के कई हिस्सों में अच्छी बरसात रिकाॅर्ड हुई है। बारिश के असर से कई शहरों में दिन का तापमान 30 डिग्री तक पहुंच गया। कानपुर नगर में 30.8, झांसी में 30.1, डिग्री सेल्सियस तापमान रिकाॅर्ड किया गया। वहीं अधिकतम तापमान 38 डिग्री तक रहा। Weather Update
इन इलाकों में भारी बरसात की चेतावनी
देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुरखीरी, सहारनपुर, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और आसपास के इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट है। आजमगढ़, मऊ, बस्ती, गोंडा, सीतापुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, शामली, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, औरैया, अमरोहा, शाहजहांपुर व आसपास के इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में रात से बारिश हो रही है।
असम में बाढ़ से 6 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, 35 मौतें
असम में लगातार हो रही बारिश से कई जिलों में बाढ़ आ गई है। 19 जिलों में 6.44 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। बाढ़ में अब तक 35 लोगों की जान गई है। सोमवार (1 जुलाई) को तिनसुकिया जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। असम और अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश के बाद कई नदियां उफान पर हैं। ब्रह्मपुत्र, सुबनसिरी, दिखौ, दिसांग, बुरहिदिहिंग, जिया-भराली, बेकी और कुशियारा नदी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी से 44 सड़कों, एक पुल और छह बाध क्षतिग्रस्त हो गए।
गुजरात में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा वंथली में 14 इंच और विसावदर में 13 इंच बारिश हुई। जूनागढ़ में पानी भरने के कारण दो नेशनल हाईवे बंद कर दिए गए हैं।
IMD ने मंगलवार (2 जुलाई) को असम, मेघायल और उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया है। 27 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी है, जिनमें पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, कर्नाटक शामिल हैं।
जुलाई में 106% बारिश का अनुमान, जून में 10.9% कम बरसात हुई
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने सोमवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जुलाई में देशभर में 106% बारिश होगी। जून के आखिरी चार दिनों में मानसून ने जो रफ्तार पकड़ी है, उसके जुलाई में भी जारी रहने का अनुमान है।
जुलाई के आखिरी में ला-नीना कंडीशन उभरने के संकेत मिल रहे हैं, जो बारिश के लिए अनुकूल साबित होंगी। मानसून के पहले महीने जून में 10.9% बारिश की कमी दर्ज हुई है। सामान्य रूप से 165.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 30 जून तक केवल 147.2 मिमी बारिश दर्ज हुई।
8 से 26 जून के बीच लगातार सामान्य से कम बारिश हुई। खासतौर पर 10 से 18 जून के बीच बारिश में भारी कमी रही। 19 जून से बारिश में सुधार आया। आखिरी चार दिन देश में भारी बारिश हुई, जिसके चलते 26 जून को बारिश में जो 20% की कमी थी, 30 जून को वह केवल 10.9% रह गई।
वहीं जुलाई में भारी बारिश के चलते पश्चिमी हिमालयाई राज्यों (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की नदियों के बेसिन में बाढ़ आने का खतरा है। हालांकि, पूर्वोत्तर राज्यों में सामान्य से कम बारिश की आशंका के चलते कम बाढ़ आने का अनुमान है। Weather Update
20 बड़े राज्यों में से सिर्फ 4 में सामान्य से अधिक बारिश हुई
IMD ने बताया कि जून में देश के 20 बड़े राज्यों में से सिर्फ 4 में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि 10 में सामान्य और 10 में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इनमें तमिलनाडु में सामान्य से 116%, आंध्र प्रदेश में 67%, दिल्ली में 39% और तेलंगाना में 20% ज्यादा बारिश हुई है। Weather Update
उत्तर-पश्चिम भारत (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली) में 33%, मध्य भारत (मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) में 14% और पूर्व (बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार) और पूर्वोत्तर भारत (अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम) में 13% कम बारिश हुई है।
IMD के डेटा के अनुसार, पिछले 25 में से 20 साल में जब जून में बारिश सामान्य से कम (लंबी अवधि के औसत का 92% से कम) रही तो जुलाई में बारिश सामान्य (LPA 94-106%) या सामान्य से अधिक रही। 25 में से 17 साल में जब जून में बारिश सामान्य से कम रही, मानसूनी बारिश सामान्य या सामान्य से अधिक रही।