Sitapur News: सीतापुर में पानी की टंकी गिरी, जेई-एई सस्पेंड, कंपनी ब्लैकलिस्ट
कुछ सेकेंड तक बादल फटने जैसा मंजर दिखा।

सीतापुर। (Sitapur News) सीतापुर में गुरुवार दोपहर जल जीवन मिशन योजना के तहत बनी पानी की टंकी अचानक गिर गई। हादसे के बाद इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए। लोगों का कहना है कि तेज धमाका हुआ और टंकी भरभराकर गिर गई। कुछ सेकेंड तक बादल फटने जैसा मंजर दिखा। लोगों के घरों में 1 फीट तक पानी भर गया। (Sitapur News)
(Sitapur News) सात गांवों में होती थी पानी की सप्लाई
घटना गुरुवार दोपहर विकासखंड पहला की ग्राम पंचायत चुनका की है। इस टंकी से 7 गांवों में पानी की सप्लाई की जाती थी। टंकी फटने से ग्रामीणों में गुस्सा है। विधायक आशा मौर्या ने जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इसकी भरपाई भी ठेकेदार से कराई जाए। टंकी 5.31 करोड़ की लागत से बनी थी।
जेई और एई बर्खास्त
हादसे के कुछ घंटे बाद ही प्रशासन ने एक्शन लिया। निर्माण कार्य देख रहे जल निगम (ग्रामीण) के जूनियर इंजीनियर (JE) और सहायक अभियंता (AE) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के JE और AE को बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही 12 से अधिक कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। निर्माण में लगी एजेंसी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
टंकी गिरने से दो घायल
ग्राम पंचायत चुनका में जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी की टंकी बनाई गई थी। जनवरी 2024 से इस टंकी का संचालन चल रहा था। इससे 7 गांवों में पानी की सप्लाई दी जाती थी। दोपहर लगभग 2:30 बजे के करीब अचानक से टंकी भरभरा गिर गई।
टंकी उस समय गिरी, जब टंकी में पानी भरा जा रहा था। करीब 20 हजार लीटर पानी भर चुका था। टंकी जैसे ही गिरी, इलाके में हड़कंप मच गया। हादसे के समय चौकीदार शिवान चारपाई पर लेटा था। इसलिए शिवान और केयरटेकर शत्रोहन सहित शिवान के 12 साल के बेटे को मामूली चोटें आई है।
2023 में शुरू हुआ था काम
जल जीवन मिशन के तहत 5.31 करोड़ की लागत से ढ़ाई लाख लीटर क्षमता वाली पानी की इस टंकी का निर्माण एनसीसी लिमिटेड ने 2023 में शुरू किया था। जनवरी 2024 में इसका काम पूरा हुआ। लेकिन ग्राम प्रधान शांति देवी पति राजाराम ने घटिया निर्माण की वजह से अभी तक टंकी का हैंडओवर नहीं लिया था। इसके बावजूद कार्यदायी संस्था ने पानी की आपूर्ति शुरू कर दी थी।
घटिया गुणवत्ता पर पहले ही उठे थे सवाल
ग्रामीणों ने बताया कि टंकी निर्माण के दौरान मानकों की खुलकर अनदेखी की गई थी। ओवरहेड टैंक में घटिया क्वालिटी की लोहे की चादर का इस्तेमाल किया गया। हम लोगों ने पहले ही मानक विहीन टंकी बनने की शिकायत की थी, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी, जिसकी वजह से हादसा हुआ। पिछले दो महीनों से गांव में इसी टंकी से जल आपूर्ति हो रही थी।
8 हजार घरों में होती थी सप्लाई
इस टंकी से चुनका, बेहमा, नवाबपुर, अमईपुर, धीरपुरचुनका, बेहमा, नईगढ़ी और दौलतपुर को पानी की सप्लाई होती थी। जिनकी कुल आबादी करीब 8 हजार है। टंकी गिरने से इन गांवों में जल संकट गहरा गया है।
विधायक आशा मौर्या ने कहा- अधिकारियों पर दर्ज हो मुकदमा
विधायक आशा मौर्या ने बताया- क्षेत्र में बनने वाली तमाम पानी की टंकियों को लेकर उनके मानक विहीन होने की शिकायत की गई थी। जिस पर जल निगम के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। आज टंकी गिर गई। उन्होंने मामले में भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल निलंबित करके उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही कहा कि ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करते जेल भेजा जाए।
कंपनी, ठेकेदार और जल निगम के अफसरों की लापरवाही
पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेंद्र सिंह वर्मा घटना के बाद मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा- ये निर्माण में लगी कंपनी, ठेकेदार और जल निगम के अफसरों की लापरवाही और भ्रष्टाचार का नतीजा है। जो बिना किसी आंधी पानी के ही पानी की टंकी कागज के पत्तों की तरह गिर गई है।
यह टंकी इसलिए अभी तक हैंडओवर नहीं हुई थी। ग्रामीणों को पानी की सप्लाई दी जा रही थी। उन्होंने मांग की हाईकोर्ट के न्यायाधीश की निगरानी में एक कमेटी गठित हो जोकि इस मामले की जांच करे।
कम्पनी ब्लैकलिस्ट करने का नोटिस जारी
घटना के बाद टंकी निर्माण में लगी एजेंसी और थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन (TPI) एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने का नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा निर्माण एजेंसी पर 5% लिक्विडेटेड डैमेज (LD) पेनाल्टी भी लगाई गई है। TPI एजेंसी के जिला इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
तीन दिन में रिपोर्ट देगी जांच समिति
जांच समिति 3 दिन में देगी रिपोर्ट घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। जिसकी अध्यक्षता जल निगम (ग्रामीण) के मुख्य अभियंता करेंगे। समिति में राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के एक मुख्य अभियंता और एक अधीक्षण अभियंता को भी शामिल किया गया है। कमेटी को तीन दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
इससे पहले 25 अगस्त 2024 को भी गिरी थी टंकी
जिले में 25 अगस्त 2024 को विकासखंड महोली के गांव चितहला में जल जीवन मिशन के तहत मजरा ककरहिया में बनाई गई पानी की टंकी गिर गई थी। जिसका 3.75 करोड़ की लागत से निर्माण कराया गया था।