Shahjahanpur News: शाहजहांपुर में ट्रेन में आग लगने की अफवाह से पंजाब मेल ट्रेन से कूदे यात्री, 20 घायल
सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि कोच में आग बुझाने का सिलेंडर चलाया गया, या गिरने से चला है। इसकी जांच की जा रही है।
शाहजहाँपुर। (Shahjahanpur News) उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिला में पंजाब से आ रही ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैलने के बाद यात्रियों ने ट्रेन से कूदना शुरू कर दिया, यात्रियों के मुताबिक, करीब 50 किमी/घण्टा की स्पीड से चल रही ट्रेन से पांच दर्जन से अधिक यात्रियों ने छलांग लगा दी जिससे 20 यात्री बुरी तरह घायल हो गए। जीआरपी के अनुसार, आग बुझाने वाले सिलेंडर का स्विच दबने से यह अफवाह फैली थी। सभी घायलों को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। घायलों में महिलाएं भी शामिल हैं। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने रविवार को यह जानकारी दी। जीआरपी ने बताया कि सभी घायलों को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जीआरपी के थाना प्रभारी रेहान खान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पंजाब से चलकर हावड़ा जाने वाली (पंजाब मेल) ट्रेन सुबह जब बरेली के बिलपुर स्टेशन पर पहुंची, तब जनरल कोच में भीड़ के चलते आग बुझाने वाले सिलेंडर का स्विच दब गया, जिससे कोच में अफवाह फैल गई की ट्रेन में आग लग गई है। (Shahjahanpur News)
थाना प्रभारी रेहान खान ने बताया कि अफवाह के बीच किसी ने ट्रेन को रोकने के लिए जंजीर खींच दी, जिसके बाद ट्रेन रुक भी नहीं पाई और यात्री ट्रेन से कूदने लगे। उन्होंने बताया कि इस घटना में दो महिलाओं समेत छह यात्री घायल हो गए। खान के अनुसार, घटना के आधे घंटे बाद ट्रेन को हावड़ा के लिए रवाना किया गया, जबकि घायलों को वहीं रोककर दूसरी ट्रेन से शाहजहांपुर लाया गया।
उन्होंने बताया कि घटना में अनवरी (26), अख्तरी (45), कुलदीप (26), रूबी लाल (50) शिव शरण (40) और चंद्रपाल (35) गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
जनरल बोगी में रखा था अग्निशमन सिलिंडर
अमृतसर से हावड़ा जा रही पंजाब मेल एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में अग्निशमन सिलेंडर लीक हो गया, जिससे यात्रियों में अफरा−तफरी मच गई। ट्रेन लगभग नौ बजे हावड़ा अमृतसर एक्सप्रेस मीरानपुर कटरा व फतेहगंज के बीच बहगुल पुल पर पहुंची। तभी सामान्य बोगी में अग्निशमन सिलिंडर (फायर एक्सटिंग्विशर) से अचानक लीक होने से गैस निकलने लगी, जिससे यात्री घबरा गए।
ट्रेन रोकने के लिए कर दी चेन पुलिंग
कुछ यात्रियों ने ट्रेन को रोकने के लिए चेन पुलिंग कर दी, लेकिन जब तक ट्रेन रुकती। जल्दबाजी में कन्नौज निवासी कुलदीप, अमेठी निवासी शिव सहाय, झारखंड निवासी रूबी लाल हजदा व अनवरी बेगम नीचे कूद गए, जिससे चारों घायल हो गए।
पंजाब मेल एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के बाद भगदड़ मच गई। जनरल कोच में यात्री एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे थे। जिसमें 30 यात्री 50 किमी/घंटे की स्पीड से चल रही ट्रेन से कूद गए थे। घटना में 20 यात्री घायल हो गए। 6 की हालत गंभीर हो गई, जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना सुबह 8.30 बजे बरेली और कटरा स्टेशन के बीच हुई।
शरारती तत्वों की कराई जा रही पहचान
हादसे के समय ट्रेन से कूदने के दौरान यात्रियों का एक वीडियो सामने आया है। विभाग की तरफ से जांच कराकर जानकारी जुटाई जा रही है कि, आग लगने की अफवाह जान बूझकर फैलाई गई या ये सब अचानक हुआ। साथ ही विभागीय अधिकारियों ने कोच में मौजूद अन्य यात्रियों के भी बयान लिए हैं। कोच में मौजूद उन शरारती तत्वों की पहचान कराई जा रही है। जिन्होंने सिलेंडर को चलाने की कोशिश की थी।
यात्रियों ने बताया था कि आग लगने की अफवाह फैली थी। लेकिन ट्रेन में आग नहीं लगी थी। वहीं राजकीय मेडिकल कालेज के सीएमएस ने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है। सभी की हालत खतरे से बाहर है।
यात्रियों ने ट्रेन से पुल के नीचे लगाया छलांग
पंजाब मेल (ट्रेन नंबर 13006) अमृतसर से हावड़ा जा रही थी। बरेली से निकलने के बाद फतेहगंज पूर्वी के पास बहगुल नदी पर पहुंचते ही अचानक जनरल कोच में आग लगने की अफवाह फैल गई। चीख पुकार मचते ही यात्रियों ने चलती ट्रेन से पुल के नीचे छलांग लगाना शुरू कर दिया। हादसे में छह यात्रियों को घायल होने पर उनको राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
यात्रियों से आरपीएफ ने की पूछताछ
ट्रेन के रुकते ही घायल यात्रियों को उसी ट्रेन से शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन लाया गया था। इस हादसे की जानकारी रेलवे विभाग के अधिकारियों को पहुंची, तो हड़कंप मच गया। रेलवे स्टेशन पर करीब पौन घंटे रुकी ट्रेन के उसी कोच में बैठे अन्य यात्रियों से आरपीएफ ने पूछताछ कर बयान दर्ज किए। रेलवे की तरफ से इस हादसे की जांच की जा रही है। सबसे पहले ये जानकारी जुटाई जा रही है, कि आग लगने की अफवाह आखिर कैसे फैली। क्योंकि ट्रेन में लगे फायर सिलेंडर को इतनी आसानी से खोला नहीं जा सकता है।
सिलेंडर के केमिकल को यात्री ने धुआं समझा
यहां तक कि सिलेंडर गिरने से उसमें भरा केमिकल भी इतनी आसानी से नहीं निकल सकता है। यात्रियों के मुताबिक ट्रेन से धुआं निकल रहा था। बताया जा रहा है कि सिलेंडर से निकलने वाले केमिकल को यात्री धुआं समझने लगे। जांच की जा रही है कि अगर उस सिलेंडर को किसी ने उतारकर खोला है, तो उसने ऐसा क्यों किया? आखिर उसका मकसद क्या था। कोच में अफवाह फैलाने वाले ऐसे कौन से शरारती तत्व थे, जिन्होंने इस पूरे षडयंत्र को रचा। विभाग ने जांच कर शरारती तत्वों की पहचान कराने के निर्देश दिए हैं।
कोच में कहीं आग नहीं लगी
घायल यात्रियों ने बताया था कि कोच के अंदर से चिल्लाने की आवाजे आने लगी, कि आग लग गई है। कोच से धुआं निकलते देखा गया। लेकिन कोच में कहीं आग नहीं लगी थी। कुछ लोगों ने आग बुझाने वाले सिलेंडर को चला दिया था। डर के कारण लोग भागने लगे थे। हम गेट के पास खड़े थे। तभी लोगों ने धक्का मार दिया था। हमें नहीं पता था कि किस जगह पर धक्का लगा है। वहां पर काफी गहराई है।
यात्री ने बताया कि मेरा बैग ट्रेन में ही रहे गया। मेरे बैग में पत्नी के जेवरात थे। वो भी वहीं पता अब कहां है। यात्रियों ने आग लगाने की अफवाह फैलाने वाले को देख नही पाए। क्योंकि आग लगने की अफवाह के बाद सभी भागने लगे थे।
ट्रेन हादसे में घायल हादसे से बाहर
सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि कोच में आग बुझाने का सिलेंडर चलाया गया, या गिरने से चला है। इसकी जांच की जा रही है। कोच में बैठे अन्य यात्रियों के भी बयान लिए गए हैं। जांच में सामने आया कि ये सब शरारती तत्वों ने किया था। जिनकी पहचान की जा रही है। सीएमएस डॉ. नैपाल सिंह ने बताया कि ट्रेन हादसे में घायल हुए छह लोगों का इलाज चल रहा है। सभी की हालत खतरे से बाहर है।