उत्तर प्रदेशक्राइम

Shahjahanpur Accident: शाहजहांपुर में कार और बाइक की भीषण टक्कर में छह लोगों की मौत

आधी रात के बाद जब हादसे की खबर मृतकों के परिजनों को हुई तो कोहराम मच गया।

शाहजहांपुर। (Shahjahanpur Accident) उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में तेज रफ्तार और ओवरटेक करने के प्रयास में छह लोगों की जान चली गई। छह घरों को कभी न भूलने वाला गम मिला है। परिजनों को यकीन ही नहीं हुआ कि हंसते-खिलखिलाते चेहरे हमेशा के लिए मुरझा जाएंगे। मदनापुर में काबिलपुर के पेट्रोल पंप के पास हुए भीषण हादसे में छह लोगों की मौत से उनके परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। आधी रात के बाद जब हादसे की खबर मृतकों के परिजनों को हुई तो कोहराम मच गया। परिजन बोले, बच्चों का चेहरा आंखों के सामने से नहीं हट रहा है। वे तो घर से खुशी-खुशी निकले थे, लेकिन अब कपड़े में लिपटे शांत पड़े हैं। मृतकों के परिजनों को संभाल रहे लोगों की आंखें भी भर आईं। (Shahjahanpur Accident)

(Shahjahanpur Accident) देखो मेरा लाल मुझसे रूठ गया…दर्दभरी आवाज सुन रो पड़ी हर आंख

दिनेश छह भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था। परिवार के लोग उसके लिए रिश्ता देख रहे थे, लेकिन अभी उसकी शादी तय नहीं हुई थी। दिनेश की मौत से उसके परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। उसके पिता भीमसेन, बड़ा भाई प्रेमपाल, रामविलास, नीलेश, बहन रामवती व रेखा का रो-रोकर हाल बेहाल है। मां सुमन बोलीं, मेरा लाल मुझसे रूठ गया है… मां की इस दर्द भरी आवाज को सुन हर आंख से आंसू बह निकले। महिलाओं ने दिनेश की मां को किसी तरह से संभाला।

कक्षा आठ में पढ़ता था रवि, परिवार की थी जिम्मेदारी
मृतक रवि कुमार चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। वह गांव के ही विद्यालय में कक्षा आठ में पढ़ाई कर रहा था। बड़ा होने के चलते उस पर परिवार की जिम्मेदारियां भी थीं। रवि की मौत से उसकी मां चंदा, पिता सूरजपाल, भाई अभि, बहन ज्योति और काजल रोते-रोते कई बार बेहोश हुईं।

बरात से लौट रहे थे चाचा-भतीजे… रास्ते में मिली मौत
बरेली के थाना फरीदपुर के करनपुरकलां निवासी 40 वर्षीय सुधीर अपने रिश्ते के भतीजे 18 वर्षीय सोनू के साथ गांव निवासी सोनू की बरात में शामिल होकर मदनापुर क्षेत्र के गिरधरपुर गांव से अपने घर लौट रहे थे। बरेली से आए सोनू के बाबा शेर सिंह यादव ने उनकी पहचान की है। उन्होंने बताया कि सोनू कक्षा 12 की पढ़ाई कर रहा था।

सोनू भाई-बहनों में छोटा था। भाई धीरेंद्र, आरेंद्र, बहन विजयलक्ष्मी, मां सुशीला का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि इको कार सुधीर की थी। वह किराए पर चलवाता था। उसकी शादी नहीं हुई थी। कार में गांव का रहने वाला रोहित और एक अन्य युवक बैठा था। दोनों को मामूली चोटें आईं हैं।

शवों को देखकर बिलख पड़े परिजन
रवि के पिता सूरजपाल ने बताया कि वह रात सेहरामऊ दक्षिणी थाना क्षेत्र के चौहनापुर में एक रिश्तेदार के घर आयोजित दावत में गया था। रात करीब दो बजे उसे हादसे की सूचना मिली। कहा गया कि रवि घायल है। उसे लखनऊ रेफर किया गया है। मौत की सूचना पर सुबह नौ बजे हम यहां आ गए। शव दिखाने के लिए कहा, लेकिन नहीं दिखाया गया।

इस दौरान सूरजपाल,. रवि को फोन मिलाता रहा। घंटी जा रही थी, लेकिन फोन नहीं उठा। सिपाही ने सूरजपाल को बताया कि मोबाइल या तो पुलिस के पास होगा या कोई उठा ले गया होगा। इस बीच मृतक आकाश के पिता ने भी पुलिस से शव दिखाने को कहा। बच्चों के शवों को देख परिजन बिलख पड़े।

दिनेश व आकाश के रिश्ते की चल रही थी बात…
आकाश चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था। परिजनों के अनुसार, उसके रिश्ते की बात चल रही थी। एक लड़की को देखा भी था, लेकिन रिश्ता तय नहीं हुआ था। पोस्टमॉर्टम हाउस पर पिता राजू की जुबां लड़खड़ा गई। उन्होंने चुप्पी साल ली, लेकिन उसकी आंख के आंसू नहीं रुके। परिजनों ने आकाश के पिता को संभाला। आकाश की मां सावित्री, भाई अवनीश, पंकज, विवेक बेसुध हो गए हैं। वहीं, मृतक दिनेश के रिश्ते भी बात चल रही थी।

रवि की मौसेरी बहन की थी शादी
रवि की कांट के कटैया गांव निवासी मौसेरी बहन की सोमवार को शादी थी। रवि अपनी बाइक से अपने दोस्त आकाश, अभिषेक और दिनेश के साथ बहन की शादी में शामिल होने के लिए रात करीब आठ बजे निकला था। साढ़े दस बजे के आसपास वे लोग घर के लिए निकले थे। वापसी में हुए हादसे ने चारों की जिंदगी छीन ली। देर रात घटना का पता चलने पर चारों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि चारों दोस्त एक साथ ही रहते थे। कहीं जाते थे तो साथ-साथ जाते थे। आज दुनिया भी एक साथ छोड़ गए।

हे भगवान… यह किस जुर्म की दी सजा
सोमवार देर रात मेवाराम के बेटे अभिषेक की मौत की खबर सुन उसके परिवार में कोहराम मच गया। सभी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मां अंजली बिलख पड़ीं। बोलीं, हे भगवान यह किस जुर्म की सजा दी…, महिलाओं ने उन्हें सीने से लगाया। उनकी आंख के आंसुओं को पोंछा। अंजलि का दर्द महिलाओं से देखा नहीं गया तो खुद भी रोने लगीं। भाई चंद्रपाल, देवराज, जयपाल, बहन सोनी, सरोज, रिंकी, आरती गुमसुम हो गईं।

तेज रफ्तार के चक्कर में हुआ हादसा
बाइक पर चार युवक बैठे हुए थे। बाइक रवि की थी और वह ही चला रहा था। उसने हेलमेट नहीं पहना हुआ था। माना जा रहा है कि चार सवारी होने के बावजूद काफी तेजी से बाइक चलाई जा रही थी। किसी वाहन को ओवरटेक करने के चक्कर में सामने से आई इको वैन नहीं दिखी और बाइक पूरी गति से टकरा गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि युवक काफी ऊपर उछल गए। बाइक में आग लग गई। एसपी राजेश द्विवेदी ने खुद मौके पर पहुंच अपनी जांच की। हादसे का कारण पता लगाने के निर्देश दिए हैं।

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