Police Smriti Diwas: पुलिस स्मृति दिवस पर सीएम योगी ने ली परेड की सलामी, शहीदों को श्रद्धांजलि देकर रोहित और सचिन के परिजनों को सम्मानित किया
सिपाही रोहित कुमार और कन्नौज के सिपाही सचिन राठी को श्रद्धांजलि अर्पित की। दोनों के परिवार को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया।
लखनऊ। (Police Smriti Diwas) पुलिस स्मृति दिवस, हर वर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है। भारतीय पुलिसकर्मियों की शहादत को सम्मानित करने का महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन उन बहादुर आत्माओं को याद करने के लिए समर्पित है। जिन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जान गंवाई। 1959 में चीन के साथ सीमा पर हुए एक हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की याद में इसकी शुरुआत हुई, इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिनमें श्रद्धांजलि समारोह और शोक सभाएँ शामिल होती हैं। यह दिन समाज में पुलिस बल के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाने का माध्यम भी बनता है। (Police Smriti Diwas)
(Police Smriti Diwas) सीएम योगी ने शहीद पुलिसकर्मियों को दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम योगी ने रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित ‘पुलिस स्मृति दिवस’ कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि भाग लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ और डीजीपी प्रशांत कुमार रिजर्व पुलिस लाइन पहुंचे। सीएम योगी ने रिजर्व पुलिस लाइन्स में सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस पर परेड की सलामी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में इस वर्ष शहीद हुए दो जवानों फतेहगढ़ के सिपाही रोहित कुमार और कन्नौज के सिपाही सचिन राठी को श्रद्धांजलि अर्पित की। दोनों के परिवार को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया।
खनन माफिया के वाहन ने सिपाही रोहित को रौंदा था
फतेहगढ़ के नवाबगंज थाने में तैनात सिपाही रोहित कुमार चौकी प्रभारी संतोष कुमार व सहयोगी विजय सिंह के साथ खनन की सूचना मौके पर गए। जहां ट्रैक्टर-ट्रॉली से मिट्टी लादकर ले जा रहे थे। इसी दौरान एक बाइक पीछे से बिना अनुमति के खनन करने वाले लेकर जा रहे थे। सिपाही रोहित ने पीछा किया तो बाइक सवारों ने तेजी से सामने कट मारकर गिरा दिया। उसकी ट्रॉली की चपेट में आने से मौत हो गई।
दबिश में गोली लगने से शहीद हुए थे सचिन राठी
कन्नौज के छिबरामऊ थाने में तैनात सिपाही सचिन राठी एसओ और अन्य सहयोगियों के साथ नशीले पदार्थों के तस्करी में लिप्त बदमाशों के घर दबिश देने गए थे। टीम जैसे ही तस्कर अशोक कुमार उर्फ मुनुआ के घर पहुंची। अशोक, उसके बेटे टिंकू, पत्नी श्यामा ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसमें सचिन की मौत हो गई थी।