BJD के चुनावी पोस्टरों से CM नवीन पटनायक के करीबी की तस्वीरें गायब!
इस बीच, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल में अंदरखाने एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों और राज्य में लोकसभा की 21 सीटों के लिए चुनाव में अब डेढ़ महीने ही बच गए हैं। इसके बावजूद ना तो सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) और ना ही विपक्षी भाजपा ने अभी तक सभी सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इसके अलावा अभी भी अधिकांश निर्वाचन क्षेत्रों में चुनावी अभियान ने गति नहीं पकड़ी है। इस बीच, सत्तारूढ़ बीजू जनता दल में अंदरखाने एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बाद पार्टी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले और सीएम के सबसे करीबी पूर्व नौकरशाह वीके पांडियन अब पार्टी के चुनावी पोस्टरों और बैनर से गायब हो गए हैं। वह मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बाद 27 साल पुरानी क्षेत्रीय पार्टी में सबसे शक्तिशाली व्यक्ति के तौर पर उभरे थे। पिछले कुछ महीनों में उन्होंने राज्यभर का दौरा किया था और पार्टी समारोहों को संबोधित किया था। इस दौरान नवीन पटनायक सरकार के मंत्री और बीजद विधायक उनकी सभा में दर्शकों के बीच बैठा करते थे।
नौकरशाह से नेता बने पांडियन की तस्वीरें चुनावी पोस्टर से ऐसे वक्त में गायब हुई हैं, जब उन्हें सीएम नवीन पटनायक के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया जा रहा था। IAS अधिकारी रहे पांडियन ने पिछले साल स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली थी। इससे पहले वह सीएम नवीन पटनायक के निजी सचिव के पद पर तैनात थे। उनकी नियुक्ति 2011 में हुई थी, तब से वह लगातार इस पद पर बने हुए थे और सीएम के सबसे करीबी लोगों में थे। वीआरएस लेने के बाद नवीन पटनायक ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए 5टी का अध्यक्ष नियुक्त किया था।
बीजू जनता दल में पांडियन के बढ़ते वर्चस्व का हवाला देते हुए कांग्रेस के ओडिशा प्रभारी डॉ. अजोय कुमार ने इस साल जनवरी में कहा था कि जब वह राज्य के 1000 किमी के दौरे पर थे, तब हर जगह पांडियन की ही तस्वीर देखने को मिल रही थी और पोस्टरबाजी के इस खेल में बीजू पटनायक का चेहरा गायब हो गया था।
पिछले हफ्ते भी जब पार्टी ने 15 लोकसभा और 72 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की, तो बीजद के संगठनात्मक सचिव प्रणब प्रकाश दास समेत कई उम्मीदवारों के पोस्टर से पूर्व नौकरशाह की तस्वीर गायब थी। इसकी बजाय,पार्टी के चुनावी पोस्टरों में फिर से बीजू पटनायक ने एंट्री ले ली है। बीजू पटनायक सीएम नवीन पटनायक के दिवंगत पिता और राज्य के भूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं, जिनके नाम पर पार्टी का नाम रखा गया है। कटक लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार संतरूप मिश्रा और कौशल्या हिकाका जैसे अन्य उम्मीदवारों के पोस्टरों में भी पांडियन का चेहरा गायब रहा।
बीजद प्रवक्ता प्रियब्रत माझी ने कहा कि कुछ उम्मीदवारों ने अपने पोस्टरों से भले ही पांडियन की तस्वीर हटा दी होगी, लेकिन अभी भी वह पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता बने हुए हैं। बीजद के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पांडियन की तस्वीर को हटाना और बीजू पटनायक की तस्वीर को फिर से पोस्टर में दिखाना उड़िया अस्मिता पर भाजपा के प्रस्तावित अभियान को विफल करने की पार्टी की सोची समझी रणनीति है। उन्होंने बताया कि भाजपा नवीन पटनायक सरकार के खिलाफ एक आरोप पत्र लाने की योजना बना रही है। इसके जरिए भाजपा, गैर-उड़िया अधिकारियों के एक समूह द्वारा सरकार के कथित अपहरण का आरोप लगाकर ‘उड़िया अस्मिता’ को एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने की योजना बना रही है।