Meerut Building Collapse: मेरठ में इमारत ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हुई
खोज और बचाव अभियान शुरू किए जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर दस हो गई है।
मेरठ। (Meerut Building Collapse) उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में शनिवार को तीन मंजिला इमारत गिरने से अब तक दस लोगों की मौत हो गई है। (Meerut Building Collapse) प्रारंभ में, दुर्घटना के कारण तीन लोगों के मारे जाने की सूचना थी, लेकिन मलबे में फंसे 15 लोगों को बाहर निकालने के लिए खोज और बचाव अभियान शुरू किए जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर दस हो गई है। (Meerut Building Collapse)
(Meerut Building Collapse) अब तक 8 लोगों की गई जान
न्यूज़ एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, Meerut सूचना विभाग ने कहा कि फंसे हुए 15 लोगों में से 13 को अब तक बाहर निकाला जा चुका है और उनमें से 10 की जान चली गई है। राहत आयुक्त कार्यालय ने बताया कि घायलों को लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है।
यह घटना शनिवार शाम करीब 5:15 बजे शहर के जाकिर कॉलोनी में हुई जिसके बाद आपातकालीन सेवाओं को तुरंत सतर्क कर दिया गया। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने तीन मंजिला मकान गिरने की पुष्टि की है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमों द्वारा किए जा रहे बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। उनके कार्यालय ने एक बयान में कहा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और जिला अधिकारियों को घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने का निर्देश दिया।
“यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ के लोहियानगर में एक इमारत गिरने की घटना का संज्ञान लिया। घायलों को अस्पताल भेजा गया और सीएम ने जिला अधिकारियों को उन्हें उचित उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया। सीएम ने अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और राहत में तेजी लाने का निर्देश दिया। काम, “मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा।
जानकारी के मुताबिक मेरठ की जाकिर कॉलोनी क्षेत्र में गली नंबर 6 के पास एक तीन मंजिला मकान भरभरा कर गिरा। इसके मलबे में 10 लोगों की दबकर मौत हो गई तो वहीं कई लोगों के मलबे में दबे होने की संभावना है। आलाधिकारी मौके पर मौजूद हैं और राहत बचाव कार्य जारी है। फायर विभाग समेत अन्य विभाग राहत कार्य में जुटे हैं। लेकिन अंधेरा और साथ ही हल्की-हल्की बारिश होने के चलते बचाव और राहत कार्य में समस्या आ रही है। इसके अलावा छोटी गलियां होने की वजह से बड़ी मशीन बचाव और राहत कार्य ठीक से नहीं कर पा रही है। यहां स्थानीय लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है।
मेरठ के डीएम दीपक मीणा का कहना है, ”घटना शाम करीब 4:30 बजे मेरठ के जाकिर कॉलोनी इलाके में हुई। जैसा कि परिवार और रिश्तेदारों ने बताया, घर के मलबे में 15 लोग फंसे हुए थे। सभी 15 को बाहर निकाल लिया गया है। इनमें से 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि पांच लोगों का इलाज चल रहा है। इलाके को सील कर दिया गया है और मलबा हटाया जा रहा है। जब तक हमें मलबे में किसी मानव जीवन की संभावना नहीं मिलती, तब तक बचाव अभियान जारी रहेगा।’
सीएम योगी ने लिया हादसे का संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद मेरठ के लोहियानगर में बिल्डिंग गिरने के हादसे का संज्ञान लिया और हादसे में घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
हादसे के बाद राहत और बचाव का काम जारी है, जो मकान गिरा है उसके मालिक का नाम नफ्फो अलाउद्दीन है। इस मकान के नीचे डेयरी चल रही थी। मेरठ संभाग की कमिश्नर सेल्वा कुमारी ने हादसे पर कहा, “ज़ाकिर कॉलोनी में एक इमारत गिरने से इसके नीचे 15 लोग दबे हुए हैं। पुलिस और दमकल अधिकारी बचाव अभियान चला रहे हैं, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम को सूचित कर दिया गया है।” वहीं मेरठ के एडीजी डीके ठाकुर ने कहा कि हादसे में 15 लोगों के दबे होने की आशंका है। अमरोहा और सहारनपुर से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई हैं। इस हादसे की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं और राहत और बचाव का काम जारी है।
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