पुलिस ने युवती को जबरदस्ती गाड़ी में बिठाया, थाने ले जाकर पीटा
-डायल 112 पर शिकायत की तो भड़क गई मैनपुरी पुलिस
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक युवती को डायल 112 पर शिकायत करना भारी पड़ गया। शिकायत करने से पुलिसकर्मी इस कदर नाराज हो गए कि वह युवती को जबरदस्ती गाड़ी में बिठा ले गए। युवती चिल्लाती रही लेकिन पुलिसकर्मी नहीं माने। पुलिसकर्मियों ने युवती को थाने ले जाकर बुरी तरह से युवती के साथ मारपीट की। पीआरडी जवान की पत्नी और बेटी ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी से पालतू कुत्ते को लेकर हुए विवाद के बाद डायल 112 पर शिकायत की थी। इस पर एलाऊ पुलिस भड़क गई। पुलिस उसे जबरदस्ती थाने ले गई और मारपीट के बाद उसका शांतिभंग में चालान कर दिया। शिकायत मिलने के बाद एसपी ने मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा पीड़िता को दिया है। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
एलाऊ थाना क्षेत्र के ग्राम नगला गजा सिंह निवासी अखिलेश कुमारी पत्नी दुर्विजय सिंह ने को कलक्ट्रेट जाकर एसपी को शिकायती पत्र दिया। जानकारी दी कि उसके पति पीआरडी में कार्यरत हैं। 17 मार्च की सुबह 7 बजे वह झाड़ू लगा रही थी तभी पड़ोसी जयसिंह पुत्र छोटेलाल ने अपने पालतू कुत्ते को उसके घर की तरफ छोड़ दिया। जब उसने विरोध किया तो जयसिंह तथा उसके परिजनों ने लात-घूंसों से उसे मारा। बचाने आई बेटी रंगोली से भी मारपीट की। शिकायत करने पर एलाऊ थाना प्रभारी सविता सेंगर ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझौता करा दिया।
पीड़िता का आरोप है कि 18 मार्च को सिपाही राहुल चाहर, अजीत कुमार, सुनील गुर्जर, महिला सिपाही सुषमा राजपूत उसके घर आए और उसकी बेटी रंगोली को अपराधियों की तरह घसीटकर गाड़ी में डालकर थाने ले गए। थाना प्रभारी सविता सेंगर ने डायल 112 पर शिकायत करने का आरोप लगाकर मारपीट की। सिपाहियों ने भी उसे पीटा। पुलिस ने रंगोली का शांतिभंग में चालान कर दिया। एसडीएम के यहां से उसकी जमानत हुई। पीड़िता का आरोप है कि उसके घर में आभूषण और नकदी भी गायब हो गए। जिसकी सूचना रतनपुर बरा चौकी प्रभारी को दी गई, उन्होंने मौके पर जाकर जांच भी की है। पीड़िता ने महिला थाना प्रभारी और सिपाहियों पर कार्रवाई की मांग एसपी से की है। थाना प्रभारी सविता सेंगर का कहना है कि महिला और उसकी पुत्री द्वारा अभद्रता की गई है। जिसके वीडियो भी उनके पास हैं। उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी गई है। लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।