Lakhimpur News: लखीमपुर में युवक की मौत पर बवाल, सीओ की धमकी का वीडियो वायरल
सीओ धमकाते हुए बोले- जितने दिन शव रखना हो रख लो, कोई सस्पेंड नहीं होगा, 30 लाख नहीं देंगे।
लखीमपुर। (Lakhimpur News) लखीमपुर खीरी में युवक की मौत के बाद बवाल हो गया। परिजनों ने पुलिस पर पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया। मंगलवार शाम को CO धौरहरा परिजनों को समझाने पहुंचे, लेकिन वो खुद ही भड़क गए। कहा- चाहे जितने दिन शव रखना है रखो, न तो कोई थाना सस्पेंड होगा, न ही तुमको 30 लाख रुपए मिलेंगे। तुम्हारी कोई भी मांग पूरी नहीं होगी। इससे पहले, मंगलवार दोपहर गुस्साए ग्रामीणों ने निघासन हाईवे जाम कर दिया था। अफसरों ने ग्रामीणों पर लाठी चार्ज कर रास्ता खुलवाया। मामला मझगई थाना क्षेत्र के हुलासी पुरवा गांव का है। शराब बनाने के आरोप में युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस का दावा है कि युवक भागते समय गिरकर बेहोश हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। (Lakhimpur News)
(Lakhimpur News) विपक्ष ने साधा निशाना
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार सुबह X पर सीओ का वीडियो पोस्ट कर लिखा- भाजपा हृदयहीन पार्टी है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी X पर वीडियो पोस्ट किया। लिखा, भारत के संविधान ने दलितों-वंचितों को अधिकार देकर अन्याय-अत्याचार के खिलाफ ताकत दी। भाजपा राज में न तो संविधान का सम्मान है, न ही वंचित वर्गों के अधिकारों का। वंचित समाज से आने वाले एक परिवार ने अत्याचार के खिलाफ सवाल उठाया तो भाजपा सरकार की पुलिस का व्यवहार देखिए।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, मझगई थाना के हुलासी पुरवा निवासी रामचंद्र (36) सोमवार को गांव से 6 किलोमीटर दूर लाल बोझी गांव के पास के जंगल में लकड़ी बीनने गया था। आरोप है कि निघासन और मझगईं थाने की पुलिस ने वहां पहुंचकर रामचंद्र को अवैध शराब बनाने के आरोप में पकड़ लिया।
मझगईं थाने लाकर उसकी जमकर पिटाई की। इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। पुलिस ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निघासन में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। पुलिस से शव छीनने की कोशिश की। शव नहीं मिला तो जमकर हंगामा किया।
हंगामे के बाद एसपी ने परिजनों को समझाकर तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराने और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार हुए। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन सरकारी एम्बुलेंस से शव नहीं ले गए।
हाईवे जाम करने पहुंचे ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हुई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना के बाद तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
मृतक की पत्नी पूनम ने निघासन और मझगई थाने के पुलिसकर्मियों पर पति की हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। परिजनों ने कहा- उनके ऊपर जितने फर्जी केस लगाए गए हैं, उनको खत्म किया जाए, मृतक की पत्नी को 30 रुपए लाख का मुआवजा मिले।
इसके अलावा निघासन और मझगईं थाने के थाना प्रभारियों को सस्पेंड किया जाए। जब तक मांग पूरी नहीं होगी, हम शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
धौरहरा पीपी सिंह मंगलवार शाम परिजनों को समझाने पहुंचे, लेकिन धमकाने लगे। कहा- न मझगई थाना सस्पेंड हो और न ही निघासन थाना सस्पेंड होगा।
उन्होंने कहा- न तो तुझे 30 लाख रुपए मिलेंगे। तेरे को जितने दिन शव रखना है रख ले। हम जा रहे हैं यहां से, तेरे को जो करना है कर ले। मैं जा रहा हूं यहां से। वहीं, परिजन अंतिम संस्कार करने से इनकार कर रहे हैं।
पुलिस बोली गैंगेस्टर था मृतक
परिजन के अनुसार वह घर से जलौनी लकड़ियां बीनने के लिए निकले थे। इस दौरान मझगईं थाने और निघासन कोतवाली के पुलिसकर्मी रामचंद्र और उसके एक साथी को पकड़कर मझगईं थाने ले गए। पुलिस के मुताबिक रामचंद्र अवैध शराब बनाने का काम करता था। उसके खिलाफ कुछ दिन पहले ही गैंगस्टर एक्ट भी लगाया जा चुका है।
हिरासत के दौरान ही हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। परिजन का आरोप है कि रामचंद्र को हिरासत में बुरी तरह से मारा-पीटा गया, जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया। उसकी हालत ज्यादा खराब होने पर उसे अपनी गाड़ी पर लादकर निघासन सीएचसी लाए। यहां उसको मृत घोषित किया गया। इसके बाद परिजन ने शव को रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोपी पुलिसवालों को सस्पेंड करने के साथ ही एक सदस्य को नौकरी और 30 लाख रुपये के मुआवजे की भी मांग है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिसवाले जबरन बॉडी को लखीमपुर में पोस्टमॉर्टम के लिए ले गए। वहां से वापस गांव लौटने की सूचना होने पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने बम्हनपुर चौराहे पर बाइक, ट्रैक्टर के साथ रास्ता जाम कर दिया। मौके पर पुलिस फोर्स भी पहुंच गई और लाठीचार्ज किया। सिंगाही, निघासन, धौरहरा, तिकुनियां, पलिया, नीमगांव आदि कई थानों की फोर्स पहुंच गई।