उत्तर प्रदेशलखनऊ

Kanwar Yatra 2024 : सावन का पहला सोमवार और कांवड़ यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

कांवड़ियों के हर मार्ग पर जगह-जगह खड़ी रहेंगी एंबुलेंस

लखनऊ। (Kanwar Yatra 2024)  भगवान भोलेनाथ की भक्ति से ओतप्रोत सावन माह शुरूआत सोमवार (22जुलाई) से हो रही है। सावन में कांवड़ यात्रा को लेकर नगर विकास विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारियां पूरी कर ली है। कांवड़ियों के स्वास्थ्य के मद्देनजर राजधानी लखनऊ में जगह-जगह एंबुलेंस तैनात रहेंगे। इसके साथ ही दवा देने वाली गाड़ियां भी जगह-जगह खड़ी रहेंगी ताकि कांवड़ियों को कोई भी समस्या न होने पाए। कांवड़ यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग का 108 एंबुलेंस एक्शन प्लान जारी हो गया है। इसके अलावा हेल्थ पोस्ट का मैप भी शेयर किया गया है। ताकि कांवड़ियों को अस्पताल पहुंचने में दिक्कत न हो। इसके साथ ही कांवड़ियों की सुविधा के लिए लखनऊ-अयोध्या रोड और बीबीडी कॉलेज पर एक-एक एंबुलेंस खड़ी रहेगी। इसके साथ ही पॉलिटेक्निक चौराहे पर भी दो एंबुलेंस मौजूद रहेंगी। वहीं नादरगंज में दो, सीएचसी सरोजनीनगर में तीन एंबुलेंस खड़ी रहेंगी। एंबुलेंस के साथ ही दवा देने वाली गाड़ी भी मौजूद रहेगी। (Kanwar Yatra 2024)

Kanwar Yatra 2024: शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव

22 जुलाई से कांवड़ यात्रा (First Sawan Somwar) के मद्देनजर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया जाएगा। इसके तहत अन्य जिलों से आने वाले वाहनों भारी वाहनों को शहर के बाहरी हिस्सों से ही डायवर्ट किया जाएगा। साथ ही शहर में बने बुद्धेश्वर और मनकामेश्वर मंदिर के आसपास से भी वाहनों का डायवर्जन किया जाएगा। आगामी 19 अगस्त तक यह डायवर्जन लागू रहेगा। मंदिरों के आसपास भक्तों की आवाजाही सुगम बनाने के लिए यह फैसला किया गया है। (Kanwar Yatra 2024)

मनकामेश्वर मंदिर के आसपास बड़े पैमाने पर डायवर्जन लागू
मंदिरों के आसपास कुछ ये रहेगा ट्रैफिक प्लान प्राप्त जानकारी के अनुसार सावन में आने वाली भक्तों की भीड़ के चलते मनकामेश्वर मंदिर के आसपास बड़े पैमाने पर डायवर्जन लागू किया गया है। इसके तहत डालीगंज इक्का तांगा स्टैंड चौराहे से सामान्य यातायात मनकामेश्वर मंदिर बंधा रोड के रास्ते हनुमान सेतु मंदिर तिराहे की ओर नहीं जा सकेगा। यह यातायात आईटी चौराहा या फिर डालीगंज पुल होकर जाएगा। इसके अलावा मनकामेश्वर मंदिर ढाल तिराहे से किसी प्रकार का यातायात मनकामेश्वर मंदिर की ओर नहीं जा सकेगा। मानकेमश्वर मंदिर नदवा बंधा ढाल तिराहे से मनकामेश्वर मंदिर की ओर यातायात नहीं जा सकेगा। यह हनुमान सेतु या बंधा रोड होकर जाएगा। बुद्धेश्वर चौराहे से सामान्य यातायात बुद्धेश्वर मंदिर की ओर नहीं जा सकेगा। यह सर्विस रोड या ओवरब्रिज के ऊपर से जा सकेगा। (First Sawan Somwar)

घर से निकलने के पहले देख लें ट्रैफिक प्लान
सावन शुरू होने जा रहा है। ऐसे में मंदिरों के आसपास पड़ने वाले मार्गों पर ट्रैफिक का भारी दबाव रहेगा। नतीजतन, ट्रैफिक पुलिस इन मार्गों पर कई प्रकार के डायवर्जन लागू करेगी। इसलिए घर से निकलने के पहले ही रूट प्लान तैयार कर लें। यदि डायवर्जन वाले मार्गों पर जबरन कोई अपने वाहन ले जाने का प्रयास करता पाया जाएगा तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उसके वाहन की चालानी कार्रवाई से लेकर सीज तक किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं यातायात को सुगम बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से इस डायवर्जन को सख्ती से लागू कराया जाएगा। वहीं, मनकामेश्वर मंदिर के पास रात से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा इस वजह से यहां रात 12 बजे से रास्तों को बैरिकेडिंग लगाकर डायवर्ट कर दिया जाएगा। (First Sawan Somwar)

शिव आराधना का पवित्र महीना सावन
सावन मास हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह माह भगवान शिव को समर्पित होता है और विशेष रूप से सावन के पहले सोमवार का दिन अत्यधिक पवित्र माना जाता है। हिंदू पंचाग के अनुसार सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई दिन सोमवार से ही प्रारंभ हो रहा है, इसी दिन से सावन माह की शुरुआत होगी। इस दिन व्रत रखने और शिवजी का अभिषेक करने का विधान है। इसे ‘पहला सोमवारी’ या ‘वन सोमवार’ भी कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से न केवल भक्ति की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन की समस्याओं का समाधान भी होता है। (Kanwar Yatra 2024)

सावन के पहले सोमवार का महत्व
शास्त्रों की मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है। यह दिन पापों से मुक्ति और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव के ध्यान और उपासना से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे व्यक्ति के जीवन के संकट दूर हो सकते हैं। सावन के पहले सोमवार की पूजा विशेष रूप से भक्तों को आंतरिक शांति और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करती है। इस दिन शिवलिंग की पूजा करके और नियमों का पालन करके आप भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जा सकते हैं। (Kanwar Yatra 2024)

ऐसे करें शिव उपासना
स्नान और शुद्धता- सावन के पहले सोमवार को प्रात: जल्दी उठकर स्वच्छता का ध्यान रखें और नहाकर साफ वस्त्र पहनें। शिवजी की पूजा में शारीरिक और मानसिक रूप से शुद्धता बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है।
शिवलिंग की पूजा- भगवान शिव की पूजा के लिए या तो शिव मंदिर जाएं या घर पर एक शिवलिंग की स्थापना करें।
अभिषेक- शिवलिंग पर जल, दूध, शहद और गंगाजल का अभिषेक करें। यह प्रक्रिया पवित्रता और समर्पण का प्रतीक होती है।
धूप और दीप- शिवलिंग के पास दीपक और धूप जलाएं। इससे वातावरण पवित्र होता है और पूजा की शक्ति बढ़ती है।
मंत्र जाप- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। यह मंत्र भगवान शिव की आराधना में अत्यंत प्रभावशाली होता है।
फल-फूल अर्पित करें- भगवान शिव को बेलपत्र, फूल और फल अर्पित करें। बेलपत्र विशेष रूप से भगवान शिव को प्रिय होते हैं।

नियम और सावधानियां
उपवास रहना- सावन के सोमवार को व्रत रखना अत्यंत लाभकारी होता है। दिनभर उपवास रखें और रात्रि को फलाहार करें।
सात्विक आहार- व्रत के दौरान सात्विक आहार का सेवन करें। मांस, शराब और तामसिक भोजन से परहेज करें।
मित्रता और सम्मान- इस दिन झगड़े-झंझट से दूर रहना चाहिए और दूसरों के प्रति सम्मान और मित्रता का भाव रखना चाहिए।
पवित्रता बनाए रखें- पूजा स्थल को स्वच्छ रखें और पूजा के दौरान गंदगी या अशुद्धता से बचें।

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