Jalgaon Train Accident: यात्री बोला… इधर से यात्री कूदे…उधर से आ गई ट्रेन, उड़ गए चीथड़े
145 से अधिक लोगों ने अपने यात्रियों की जानकारी लेने के लिए फोन किया।
लखनऊ। (Jalgaon Train Accident) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस से सफर कर रहे यात्रियों के परिजन हादसे की सूचना मिलने पर बुधवार शाम लखनऊ जंक्शन पहुंच गए। ये पूछताछ काउंटर पर डटे रहे। फिर हेल्पडेस्क पर गए, जहां तैनात कर्मचारियों से हादसे के बाबत जानकारियां जुटाते रहे। वहीं, हेल्पलाइन नंबर लगातार घनघनाता रहा। 145 से अधिक लोगों ने अपने यात्रियों की जानकारी लेने के लिए फोन किया। (Jalgaon Train Accident)
(Jalgaon Train Accident) पुष्पक हादसे में गोंडा के नसीरुद्दीन की भी मौत
हादसे में गोंडा के कटरा बाजार क्षेत्र के असरना जुलाहनपुरवा निवासी 18 वर्षीय नसीरुद्दीन सिद्दीकी की भी मौत हो गई। नौवीं की पढ़ाई कर रहे नसीरुद्दीन पहली बार कमाने के लिए मुंबई जा रहे थे। उनके बड़े भाई सिराजुद्दीन ने बताया कि अजरुद्दीन, मो. सगीर, मो. शोएब, नेता व पुत्तु के साथ मंगलवार दोपहर घर से निकले थे। बुधवार देर शाम अजरुद्दीन ने फोन करके हादसे के बारे में जानकारी दी।
145 से अधिक लोगों ने हेल्पलाइन नंबर पर की कॉल
दरअसल, लखनऊ जंक्शन से मुंबई जाने वाली गाड़ी संख्या 12533 पुष्पक एक्सप्रेस में बुधवार को महाराष्ट्र के जलगांव में परांडा स्टेशन पर धुंआ उठा, जिससे आग की आशंका में यात्रियों ने चेन खींच दी। इसके बाद कई यात्री नीचे कूद गए और दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। इससे कइयों की मौत हो गई तथा कई घायल हो गए।
हादसे के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 8957409292 जारी किया। साथ ही लखनऊ जंक्शन पर हेल्पडेस्क भी बनवा दी, जहां तैनात रेलकर्मी हादसे की जानकारी लेने वालों को रिपोर्ट देते रहे। इतना ही नहीं जंक्शन के पूछताछ केंद्र पर भी लोग पुष्पक एक्सप्रेस हादसे के बाद अपने स्वजनों की जानकारी लेते नजर आए।
हेल्पलाइन पर मांगी मृतकों की सूची
लखनऊ जंक्शन पर हेल्पडेस्क बनाई गई तथा हेल्पलाइन नंबर जारी की गई। हेल्पलाइन नंबर 8957409292 पर लगातार कॉल आती रहीं। रेलकर्मी ने बताया कि ऐसी कॉल भी आईं, जिनमें पूछने वालों के पास यात्री का नाम, टिकट डिटेल वगैरह नहीं थी। लोगों ने हेल्पलाइन पर मृतकों की सूची तक मांगी। देर रात तक 145 से अधिक कॉल्स आए।
इधर पुष्पक में होती रही हादसे की चर्चा
लखनऊ जंक्शन से मुंबई के लिए बुधवार रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 12533 पुष्पक एक्सप्रेस की बोगियों में भी हादसे की ही चर्चा होती रही। जनरल से लेकर एसी बोगियों तक में पुष्पक के मृतकों के बाबत यात्री बातचीत करते नजर आए। जनरल से सफर करने वाले कई यात्रियों ने अपनी यात्रा निरस्त कर दी।
एक अफवाह ने निगल ली 13 जिंदगियां
महाराष्ट्र के जलगांव में पुष्पक ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 13 हो गई है। इसकी जानकारी जलगांव कलेक्टर आयुष प्रसाद ने दी है। जिलाधिकारी ने बताया है कि जलगांव में अफवाह की वजह से हुए हादसे में बुधवार तक 12 लोगों के जान जाने की सूचना थी। गुरुवार (23 जनवरी) को एक अन्य घायल व्यक्ति ने दम तोड़ दिया है।
दरअसल, जलगांव में स्टेशन से आगे बढ़ते ही लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस ने ब्रेक लगाया तो पहियों से चिंगारी निकलने लगी। संभवत: ब्रेक बाइंडिंग के कारण निकली इस चिंगारी को देख यात्रियों को आग लगने का शक हुआ। यह अफवाह इतनी तेज फैली कि ट्रेन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और जान बचाने के लिए लोग ट्रेन की चेन खींच कर पटरियों पर कूदने लगे।
मौत के मुंह में लगा दी छलांग
जान बचाने के चक्कर में कूदे लोगों को यह नहीं पता था कि असल में वे मौत के मुंह में कूद रहे हैं। कुछ लोग ट्रेन की एक तरफ पुलिया की दीवार के पास कूदे और कुछ लोग दूसरी तरफ रेलवे ट्रैक पर उतरे। शार्प टर्न होने के कारण उन्हें सामने से आने वाली ट्रेन का अंदाजा नहीं लगा। ऐसे में तेज रफ्तार में आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में कई यात्री आ गए। बताया जा रहा है कि हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 14 से 15 लोग घायल हैं।
जलगांव दुर्घटना में मृत्यु पर 1.5 लाख, गंभीर रूप से घायलों पर 50,000 और साधारण घायलों पर 5,000 सहायता राशी देने की घोषणा की गई है। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने इस हादसे को लेकर X पर पोस्ट किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, ‘महाराष्ट्र के जलगांव में रेलवे ट्रैक पर हुए दुखद हादसे से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।’
जलगांव जिले में हुई रेल दुर्घटना के संबंध में पाचोरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पाचोरा सिटी पुलिस स्टेशन में धारा 194 के तहत आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है। यह पंजीकरण पाचोरा पुलिस स्टेशन के पुलिस उपनिरीक्षक की शिकायत पर किया गया है।
7 मृतकों की हुई पहचान
1. नंदराम विश्वकर्मा (उम्र लगभग 11 साल, निवासी नेपाल)
2. लच्छी राम पासी (उम्र लगभग 23 साल, निवासी नेपाल)
3. कमला नवीन भंडारी (उम्र 43 साल, निवासी नेपाल)
4. जवकला बुट्टे जयगादी (उम्र 50 साल)
5. नसीरुद्दीन बदरुद्दीन सिद्दीकी (उम्र लगभग 20 साल निवासी गोंडा)
6. इम्तियाज अली (उम्र 35 साल, निवासी गुलरिहा यूपी)
7. बाबू खान (उम्र करीब 30 साल)