Ghaziabad News: यातायात सिपाही ने बचाई घायल युवक की जान
समय रहते पहुंचाया अस्पताल, डॉक्टर के मना करने पर हाथ जोड़कर की विनती
गाजियाबाद। (Ghaziabad News) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद में एक यातायात सिपाही ने मानवता की मिसाल पेश की है। ड्यूटी के दौरान ट्रैफिक चला रहे सिपाही को पास में ही भीड़ दिखी तो वह दौड़ कर मौके पर पहुंचे। जहां एक युवक घायल अवस्था में तड़प रहा था। लोग उसका वीडियो बना रहे थे लेकिन ट्रैफिक सिपाही में सबको हटाकर फौरन एक ऑटो रुकवाया और युवक को ऑटो में लादकर अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया लेकिन ट्रैफिक सिपाही ने हाथ जोड़कर विनती की और डॉक्टर को मनाकर युवक की जान बचा ली। मौके पर पहुंची युवक की मां ट्रैफिक सिपाही को भगवान मान रही है और उनकी तारीफ करते नहीं थक रही है। अपने बच्चे को सलामत पाकर माँ की आंखों से खुशी के आंसू निकल रहे हैं। फिलहाल यातायात सिपाही का मानवता भरा काम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और यातायात सिपाही की जमकर तारीख हो रही है।
सोशल मीडिया एक्स पर पुलिसकर्मी सचिन कौशिक ने लिखा ” ट्रैफिक कॉन्स्टेबल सोनू, गाजियाबाद! आज इनकी ड्यूटी IPEM कॉलेज के सामने थी। इनसे लगभग 100 मीटर दूर इन्हें अचानक भीड़ लगती दिखी तो दौड़कर पहुँच गए। देखा तो एक युवक घायल पड़ा था जिसके सिर से खून बह रहा था। भीड़ हटाकर सोनू ने 2 कार रुकवाई, नहीं रुकीं, फिर एक ऑटो रुकवाया, उसकी सवारियाँ उतारकर तत्काल युवक को मणिपाल हॉस्पिटल लेकर गए। डॉक्टर साहब ने नब्ज टटोली और बोले कि नब्ज नहीं मिल रही आप इसे कहीं दूसरे हॉस्पिटल ले जाओ। सोनू ने अनुरोध किया कि देख लीजिए सर.. दूसरे हॉस्पिटल ले जाऊं तो और देर होगी, आप ही कुछ कोशिश कर लीजिए। उन्होंने कुछ करेंट जैसा लगा के झटके दिए, ईश्वर ने साथ दिया…. युवक की नब्ज महसूस होने लगी। डॉक्टर के चेहरे पर भी मुस्कान लौट आयी। सूचना पर युवक की माँ भी मौके पर आ गयी। युवक को तुरंत उपचार देकर CT स्कैन हेतु भेज दिया। सोनू अपनी ड्यूटी पर वापस आ गए। इस घटना का एक और दुःखद पहलू है जो युवक की माँ ने बताया। इनका एक बेटा पहले बिना हेलमेट के बाइक से एक्सीडेंट में गुजर चुका है। दुर्भाग्य से इसने भी हेलमेट हाथ में टाँग रखा था। काश कि हेलमेट सिर पे होता तो सिर में इतनी चोट नहीं लगती। सोनू भाई… आपकी इस छोटी सी त्वरित मेहनत ने एक जीवन बचा लिया और एक माँ का बेटा भी।
मैंने यह पोस्ट स्वयं सोनू से बात करने के बाद लिखी है। साधुवाद और सैल्यूट सोनू भाई”
आप का थोड़ा साथ बचा सकता है जिंदगी
ट्रैफिक सिपाही सोनू की तरह आप का भी थोड़ा साथ कइयों की जिंदगी बचा सकता है। कई घरों का चिराग बुझने से रोक सकता है। अगर कहीं आप को सड़क हादसे में कोई घायल दिखे तो फौरन 112 पर कॉल करें और सूचना दें। बिना देर किए पहले घायल को अस्पताल पहुंचाएं। वीडियो बनाने में या पुलिस के आने का इंतजार करने या एम्बुलेंस आने का इंतजार करने में समय बर्बाद न करें। घायल को तुरंत किसी भी वाहन में पहले अस्पताल पहुंचाएं क्योकि घायल का उपचार पहले होना चाहिए उसके लिए एक एक मिनट कीमती है। आजकल अधिकतर हादसे स्पीड और ओवर टेक की वजह से हो रहे हैं। इसलिए अपना ख्याल रखें सुरक्षित रहें। पुलिस अपना काम कर लेगी और हां चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट और दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं ये आप को सुरक्षित रखने के लिये है जुर्माने से बचने के लिए नहीं। सड़क पर ओवर स्पीड, ओवरटेक ना करें, यातायात नियमों का पालन करें। जीवन अनमोल है, अपने और अपने परिवार का ख्याल रखें क्योंकि आप का कोई अपना घर पर बेसब्री से इंतजार कर रहा है।