लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी अपनी मनमानी पर उतारू है। थाने पर अपराध कम दर्ज करने की होड़ में पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो रही है। थाना पर पीड़ित चक्कर काटते रहते हैं लेकिन उनका मुकदमा दर्ज करने की बजाय पुलिस उन्हें थाने से नौ दो ग्यारह कर रही है। इसकी बानगी राजधानी लखनऊ के निगोहा थाना पर देखने को मिली। यहां एक पीड़ित को उसके गांव के ही रहने वाले आईटीबीपी के जवान ने धमकाया और जातिसूचक गालियां दी, पीड़ित ने थाने पर शिकायत की तो पुलिस ने उसे थाने से भगा दिया। पीड़ित ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत की जिसके बाद निगोहा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार, मामला निगोहा थाना क्षेत्र का है। पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक, रामहर्ष पुत्र स्व० अर्जुन निवासी ग्राम ब्रह्मदासपुर थाना निगोहाँ जिला लखनऊ का मजदूरी पेशा करने वाला पासी बिरादरी का व्यक्ति है। पीड़ित ने बताया कि 21 फरवरी 2024 को वह शाम के 5:30 बजे अपने खेत से जा रहा था तभी हरवंशखेड़ा की ओर से रेलवे गेट पार करके गांव का प्रशांत शुक्ला पुत्र स्व० बृजेन्द्र मोहन मुझे अबे कहते हुए बुलाया जब मैं उसके पास गया तो मुझसे कहा कि मेरे घर वालों से किसी प्रकार के की ये बात मत करना साले पासियों कहीं के नहीं तो जान से मार कर गायब करवा दूंगा, बाकी अपने दुश्मनों को ठीक करने को व्यवस्था कर लिया तब हमने कहा कि हम तुम्हारे घरवालों से कभी भी बात नहीं किया और क्यों करेंगे। इतने में विपक्षी ने पुनः मेरी पत्नी को भद्दी-2 गालियां दिया और यह भी कहा कि गांव को काश्मीर बना दूंगा पीड़ित के साथ विपक्षी ने इससे पूर्व में दो बार इसी तरह की अभद्र पूर्व अपमानित कर जातिसूचक भद्दी-2 गालियां दे चुका है। इस घटना को गांव के शोभनाथ व अन्य लोगों ने देखा। पीड़ित के मुताबिक, प्रशान्त शुक्ला आईटीबीपी का जवान है इसके चलते वह धमकी देता है। पीड़ित ने बताया की घटना वाले दिन ही उसने थाने पर प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन थाने पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की जिसका संज्ञान लेते हुए थाने पर 22 मार्च को मुकदमा दर्ज किया गया है। करीब एक महीने से वह थाने के चक्कर लगा रहा है लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़ित दहशत में है कि प्रशांत कहीं फिर से उसके साथ कोई घटना कारित न कर दे।
इस सम्बंध में थाना प्रभारी निगोहा अनुज कुमार तिवारी ने बताया पीड़ित ने शिकायत आईजीआरएस पर की थी, शिकायत का संज्ञान लेते हुए प्रशांत शुक्ला के खिलाफ गाली गलौज, धमकी देने और एससी/एसटी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।