Chhatarpur News: भारी पड़ गया पुलिस से पंगा, थाना पर पत्थर फेंकने वाले की 10 करोड़ की कोठी पर चला बुलडोजर
50 लोगों पर नामजद और 200 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज।
छतरपुर। (Chhatarpur News) मध्य प्रदेश के छतरपुर में बुधवार को समुदाय विशेष के लोगों ने भारी बवाल किया था। वे लोग कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे। इसके बाद थाने को घेरकर पथराव शुरू कर दिया था। इसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। सीएम के निर्देश के बाद पथराव करने वाले लोगों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। 50 लोगों पर नामजद केस दर्ज किया गया है। साथ ही 200 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज हुआ है। आरोपियों के अवैध निर्माण को तोड़े जा रहे हैं। (Chhatarpur News)
रामगिरी महाराज पर कर रहे थे एफआईआर की मांग
दरअसल, समुदाय विशेष के लोग रामगिरी महाराज पर एफआईआर की मांग कर रहे थे। रामगिरी महाराज ने पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम को निशाना बनाते हुए कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसी को लेकर मुस्लिम समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे थे। सारे प्रदर्शनकारी कोतवाली थाने पहुंच गए थे। डीआईजी ललित शाक्यवार ने बताया कि धार्मिक नेता सैय्यद हाजी अली और सैय्यद जावेद अली के नेतृत्व में करीब 300-400 लोग ज्ञापन सौंपने के लिए पुलिस थाने आए थे। वे रामगिरी महाराज के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे, जिन पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में पहले से ही कई प्राथमिकी दर्ज हैं।
अचानक आक्रामक हो गई भीड़
शाक्यवार ने बताया कि भीड़ अचानक आक्रामक हो गई और पथराव शुरू कर दिया, जो करीब दस मिनट तक जारी रहा, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागने पड़े। पथराव के दौरान कोतवाली थाना प्रभारी अनिल कुजूर के हाथ और सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। उनका इलाज चल रहा है।
थाने में दुबकी पुलिस
घटना के वीडियो सामने आए हैं। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि उपद्रवी थाने पर पथराव कर रहे हैं और पुलिस अंदर दुबकी हुई है। कुछ पुलिसकर्मी गेट बंदकर अंदर की ओर भाग रहे हैं। वहीं, भीड़ से उपद्रवी थाने पर बड़े-बड़े पत्थर फेंक रहे हैं। सोशल मीडिया पर घटना के कई वीडियो वायरल हैं।
50 लोगों पर एफआईआर दर्ज
वहीं, इस मामले में सीएम मोहन यादव के निर्देश के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। वीडियो के आधार पर 50 लोगों पर केस दर्ज हुआ है। इसके साथ ही 200 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज हुआ है। आरोपियों की पहचान वीडियो के आधार पर की गई है। साथ ही उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी छापेमारी चल रही है।
पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर MP में हिंसा के बाद बड़ा ऐक्शन, हाजी अली के ‘महल’ पर बुलडोजर
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना का संज्ञान लेकर डीजीपी से सख्त ऐक्शन लेने को कहा था। सीएम ने एक्स पर लिखा, ‘मध्यप्रदेश ‘शांति का प्रदेश’ है, कोई भी सुनियोजित तरीके से कानून को हाथ में ले यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैनें पुलिस के उच्च अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोषियों की जल्द पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाए जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। प्रदेश में शांति और सौहार्द बना रहे यही हमारी प्राथमिकता है।
गौरतलब है कि यह पथराव 21 अगस्त को छतरपुर कोतवाली थाने में हुआ था। इस घटना में कोतवाली थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। घटना के बाद पूरे शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। जानकारी के मुताबिक छतरपुर की अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर के नेतृत्व में विशेष समाज के लोग सिटी कोतवाली थाना पहुंचे थे। उन्होंने थाने में आवेदन दिया था कि अहमदनगर में 15 अगस्त को एक महाराज ने उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया था। लोगों ने आवेदन में महाराज के विरुद्ध बीएनएस की धारा 196 197(1 ) 299 ,353 (2) एवं 152 के तहत मामला दर्ज कर उसे तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की।
अधिकारियों ने लिया हालात का जायजा
घटना की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर और एसपी छतरपुर पहले अस्पताल पहुंचे और घायल पुलिसकर्मियों का हाल जाना। उसके बाद वे सिटी कोतवाली थाने गए। दोनों अधिकारियों ने हालातों का जायजा लिया। फिलहाल छतरपुर में पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात है। इस मामले को लेकर छतरपुर डीआईजी ललित शाक्यवार का कहना है कि पथराव और उपद्रव करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शहर में कानून व्यवस्था बिल्कुल ठीक है।
उपद्रवी का है आलीशान महल
भारत बंद में उपद्रव करने व पुलिस पर हमला करने का आरोपित पूर्व सदर शहजाद हाजी का का आलीशान घर है। सुबह करीब 11 बजे प्रशासन व पुलिस की टीमें जेसीबी लेकर शहजाद के घर पर पहुंची और बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया। मकान काफी बड़ा और दो से तीन मंजिला है। मकान को बुलडोज करने की कार्रवाई को देखने के लिए शहर भर के लोग आ गए।
अभी और उपद्रवियों के घर पर भी हो सकती है ऐसी कार्रवाई
उपद्रव व पुलिस पर हमला करने वालों की पहचान का काम चल रहा है। एक बार आरोपित चिहि्नत होने के बाद इनके घर पर भी बुलडोजलर चलाने की कार्रवाई हो सकती है। हालांकि अभी उप्रदवी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।