Bahraich Violance: बहराइच में तनाव के बीच इंटरनेट सेवाएं बंद, मौके पर पहुंचे गृह सचिव सहित शीर्ष अधिकारी
सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
बहराइच। (Bahraich Violance) बहराइच जिले में मूर्ति विसर्जन के बाद भड़की हिंसा की आग दूसरे दिन भी नहीं बुझ पाई। उपद्रवियों ने लखनऊ सेवा अस्पताल और एक बाइक के शोरूम सहित कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा और बवाल के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद हो गई हैं। सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा में 22 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई थी जिसके बाद से इलाके में तनाव व्याप्त है। इस बीच, सोशल मीडिया पर आए वीडियो में लोग प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आ रहे हैं। जिले से कुछ वाहनों में आग लगाए जाने की भी खबरें आई हैं।(Bahraich Violance)
(Bahraich Violance) क्या है पूरा मामला
मालूम हो कि रविवार को मंसूर गांव के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए एक जुलूस निकाला गया था। इस दौरान हुई हिंसा में एक युवक की जान चली गई और पथराव में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने रविवार रात संवाददाताओं को बताया था कि महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में तनाव था। जब जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद, पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। अशांति प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और हिंसा प्रभावित इलाके के सीसीटीवी फुटेज देख कर अराजक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शुक्ला ने कहा कि घटना के सिलसिले में सलमान नामक एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि उसकी दुकान से कथित गोलीबारी हुई थी। संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि महसी तहसील के महाराजगंज इलाके में देवी प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान विवाद हो गया तथा एक व्यक्ति को गोली लगने के बाद स्थिति बिगड़ गई। इस घटना के चलते फखरपुर कस्बे सहित कुछ अन्य स्थानों पर मूर्ति विसर्जन रूक गया था, लेकिन रविवार देर रात विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न हो गया ।
पुलिस के अनुसार, रविवार को विसर्जन के लिए देवी दुर्गा की मूर्ति लेकर मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से एक जुलूस गुजर रहा था। जुलूस में शामिल रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) को गोली लग गई। मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया।
महसी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने पीटीआई भाषा से कहा कि हम मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। चार महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। मृतक के परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए तथा एसएचओ और पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित किया जाए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने पर्याप्त इंतजाम कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराने तथा धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश प्रशासन को निर्देश दिये।
बहराइच बवाल मामले पर केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश की शांति और सौहार्द बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन हमें सतर्क और सजग रहना होगा। प्रदेश के उज्जवल भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। दोषियों को क़ानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूँ !!
बहराइच में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा : CM
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि जनपद बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रतिमा विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर उपस्थित रहकर धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराने के लिए निर्देशित किया है।
परिवार ने मृतक रामगोपाल का किया अंतिम संस्कार
बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया। स्थानीय प्रशासन और विधायक के समझाने के बाद परिवार ने रामगोपाल का अंतिम संस्कार किया। रविवार की रात को हुए हंगामे में रामगोपाल की मौत हो हो गई थी।
पुलिस ने कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया
बहराइच के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा निकल रही थी। जानकारी के अनुसार इस दौरान यात्रा पर समुदाय विशेष ने पथराव कर दिया। विरोध करने पर फायरिंग की, जिसमें 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र को गोली लग गई। मेडिकल कॉलेज में रामगोपाल की मौत हो गई। घटना में राजन, सुधाकर, दिव्यांग सत्यवान और अखिलेश वाजपेयी समेत 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में लिया है। कई जगहों पर स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि सोमवार सुबह युवक का शव मिलते ही करीब पांच हजार से ज्यादा लोग महसी तहसील की ओर कूच कर गए। पुलिस इन्हें भी रोकने में नाकाम रही। नतीजन तहसील पर जमा हुई भीड़ ने आक्रोशित होकर तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों का एक जत्था बाजार में पहुंचा और बाइक के एक शोरुम को आग के हवाले कर दिया। इसके आसपास की गई दुकानों को भी जला दिया।