Mahakumbh Fire: महाकुंभ मेला में आग लगी, गीता प्रेस के 180 कॉटेज जले
छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय लगी आग, सिलेंडर में धमाका, CM योगी मौके पर पहुंचे
प्रयागराज। (Mahakumbh Fire) महाकुंभ मेला 2025 क्षेत्र के सेक्टर 19 में आग लगने की घटना के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। डीएम महाकुंभ नगर विजय किरन आनंद ने बताया कि प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण सिलेंडर का फटना माना जा रहा है। (Prayagraj News) ऐसे में सिलेंडर की गुणवत्ता और अन्य कारणों की जांच की जाएगी। मेला प्रशासन ने सेक्टर मजिस्ट्रेट शिवेंद्र वर्मा को पूरी घटना की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही दो दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है। (Mahakumbh Fire)
(Mahakumbh Fire) नए शिविर में शिफ्ट होंगे पीड़ित
जिलाधिकारी ने बताया कि आग से प्रभावित हुए लोगों को दो-तीन दिन के भीतर नए शिविर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। प्रभावित लोगों को उसी क्षेत्र में पुनर्वासित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही मेला प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि पीड़ितों को किसी तरह की असुविधा न हो।
शिविर जल गया, अजनबी बने मददगार
आग में जिन लोगों के शिविर जलकर राख हो गए थे, उन्हें दूसरे कल्पवासियों ने अपने शिविरों में शरण दी है। वहीं, कई अन्य कल्पवासियों ने पीड़ितों के लिए अपने शिविरों में रहने की व्यवस्था की है। उन्हें एक-दो दिन और मदद करनी होगी।
जानकारी मिलने के बाद रोकी गई थी ट्रेन
महाकुंभ क्षेत्र में शास्त्री ब्रिज के नीचे शिविर में आग लगने के बाद रेलवे प्रशासन भी सतर्क हो गया था। रेलवे ब्रिज के नीचे उठ रही लपटों से किसी को नुकसान न पहुंचे, इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे अधिकारियों ने विभूति एक्सप्रेस को 20 मिनट तक रोक रखी थी।
आग लगने के समय मालदा एक्सप्रेस पुल से गुजर रही थी। आग और पुल के बीच काफी दूरी थी, लेकिन संभावित खतरे को देखते हुए रेलवे कंट्रोल रूम को तुरंत सूचना दी गई। इसके बाद अधिकारियों ने पूरा मामला स्पष्ट होने तक विभूति एक्सप्रेस को रोक दिया।
आग पूरी तरह बुझ जाने के बाद रविवार शाम 4:48 बजे विभूति एक्सप्रेस को रवाना किया गया। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि आग पर काबू पा लेने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि आग से रेलवे ट्रैक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
गीता प्रेस के 180 कॉटेज जले
प्रयागराज में महाकुंभ के मेला क्षेत्र में रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई। शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में ये आग लगी। गीता प्रेस के 180 कॉटेज आग में जल गए।
अफसरों के मुताबिक, गीता प्रेस की रसोई में शाम 4 बजकर 10 मिनट पर छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय सिलेंडर लीक हो गया और आग लग गई। इसके बाद 2 सिलेंडर ब्लास्ट हो गए।
आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियां भेजी गई थीं, जिन्होंने आग पर एक घंटे में (शाम 5 बजे) काबू पाया। एक संन्यासी के एक लाख रुपए के नोट भी जल गए। मेला सीएफओ (चीफ फायर ऑफिसर) प्रमोद शर्मा ने बताया कि आग से करीब 500 लोगों को बचाया गया है।
सीएम मौके पर पहुंचे लिया जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सीएम योगी को फोन कर घटना की पूरी जानकारी ली। आग लगने की घटना से कुछ देर पहले ही उन्होंने हेलिकॉप्टर से महाकुंभ मेला क्षेत्र का जायजा लिया था।
50 फायर फाइटिंग पोस्ट तैनात
महाकुंभ नगरी में फायर ऑपरेशंस के लिए एडवांस्ड फीचर वाले 4 आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (LWT) तैनात की गई हैं। इनमें वीडियो-थर्मल इमेजिनिंग जैसा एडवांस सिस्टम है। इसका इस्तेमाल बहुमंजिली और ऊंचाई वाले टेंट की आग बुझाने के लिए किया जाता है। LWT 35 मीटर की ऊंचाई तक आग बुझा सकती है।
महाकुंभ मेला क्षेत्र को फायर फ्री बनाने के लिए यहां 350 से ज्यादा फायर ब्रिगेड, 2000 से ज्यादा ट्रेंड मैनपावर, 50 अग्निशमन केंद्र और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। अखाड़ों और टेंट में फायर प्रोटेक्शन इक्विपमेंट लगाए गए हैं।
छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय लगी आग
गीता प्रेस की रसोई में छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय सिलेंडर लीक होने से आग लगने की बात सामने आई है। आग लगने से रसोई में रखे 2 गैस सिलेंडर फट गए और 40 घास-फूस की झोपड़ियां, संजीव प्रयागवाल के टेंट जल गए।
आग के दौरान भागते समय जसप्रीत पैर में चोट लगने से घायल होकर अचेत हो गए। उन्हें इलाज हेतु एंबुलेंस से महाकुंभ मेला के केंद्रीय चिकित्सालय में लाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज (SRN), प्रयागराज भेज दिया गया है। आग लगने से टेंट में रखे दैनिक उपयोग की वस्तुएं, बिस्तर, चारपाई, कंबल, कुर्सी आदि जल कर नष्ट हो गए।