Kanpur News: शिवपाल सिंह यादव को कानपुर में समर्थक ने गिफ्ट की फॉर्च्यूनर कार
कार गिफ्ट देने वाले डॉक्टर ही खुद ड्राइवर बनकर शिवपाल को दूसरे कार्यक्रमों में लेकर पहुंचे।
कानपुर। (Kanpur News) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव शनिवार को कानपुर पहुंचे। इस दौरान वह काकादेव में डॉ. आनंद झा के घर गए। यहां डॉ. झा ने उन्हें नई फॉर्च्यूनर गिफ्ट की। कार के ऊपर चाचा का गिफ्ट भी लिखा गया है। इसके बाद शिवपाल अपनी गाड़ी छोड़कर गिफ्ट में मिली कार से दूसरे कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। कार गिफ्ट देने वाले डॉक्टर ही खुद ड्राइवर बनकर शिवपाल को दूसरे कार्यक्रमों में लेकर पहुंचे। (Kanpur News)
(Kanpur News) खुद ड्राइवर बनके पहुंचे डॉक्टर
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए शिवपाल यादव ने कहा- एक देश एक चुनाव का समाजवादी पार्टी विरोध कर रही है। यह ठीक नहीं है, क्योंकि अगर कोई सरकार अल्पमत में आ गई, तो क्या वहां चुनाव नहीं कराएंगे। सरकारें काम करना चाहें, तो विकास कार्य कहीं नहीं रुक सकता। ये भाजपा की चाल है।
उन्होंने कहा- भाजपा ने अभी चुनाव में कितनी बेईमानी की है। कानपुर की जनता को हम धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने नसीम सोलंकी को जिताया। वो किस तरह से जीतीं, ये सब जानते हैं। चुनाव आयोग 100 फीसदी मतदान कराने का प्रयास करता है, लेकिन भाजपा ने उपचुनाव में मतदान रोकने का प्रयास किया।
इंडी गठबंधन का नेता कौन है, इस सवाल पर शिवपाल ने कहा कि राहुल गांधी अपनी पार्टी के नेता हैं। इंडी गठबंधन की वजह से सरकार घबराई हुई है। पीडीए और समाजवादियों की वजह से घबराई हुई है। 2027 में भी गठबंधन पूरी तरह चलेगा। ये भाजपा के षड्यंत्र हैं, ये करते रहेंगे और हम सब मिलकर लड़ेंगे।
कौन हैं शिवपाल को कार गिफ्ट देने वाले डॉक्टर झा?
डॉ आनंद झा का अन्नपूर्णा आयुर्वेद और डॉ झा के नाम से काकादेव में क्लीनिक है। डॉ झा कानपुर के प्रमुख सेक्सोलॉजिस्ट में से एक हैं। लगातार सेलिब्रेटिज के साथ रहने के चलते अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। डॉ झा कानपुर में सपना चौधरी का कार्यक्रम कराने को लेकर विवादों में घिर गए थे। इनके क्लीनिक में सिंगर हंसराज रघुवंशी जैसे बॉलीवुड के तमाम सेलिब्रेटिज आ चुके हैं। चर्चाओं में बने रहने के लिए डॉ झा कई शो का भी अहम हिस्सा बने चुके हैं।
सपा कार्यकर्ताओं से जताई नाराजगी
डॉ. आनंद झा के क्लिनिक पर हुए कार्यक्रम के दौरान शिवपाल यादव कार्यकर्ताओं पर भड़क गए। बार-बार इधर-उधर की बात करने पर नाराजगी जताई। कहने लगे- कार्यकर्ता कार्यक्रम खराब करते हैं। मंच पर हुड़दंग मचाते हैं।