उत्तर प्रदेशलखनऊ

Lucknow News: लखनऊ बीजेपी कार्यालय पर डॉ. सुधांशु त्रिवेदी की प्रेस कांफ्रेंस

कोलकाता में डॉक्टर की हत्या के बाद गरमाई सियासत, सुधांशु त्रिवेदी बोले- अपराधियों की हितैषी बन गई दो लड़कों की जोड़ी

लखनऊ। (Lucknow News) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा के पास स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी (सांसद, राज्यसभा) ने 16 अगस्त 2024 को प्रेस वार्ता की। कोलकाता में महिला डाक्टर से दुष्कर्म के बाद हुई निर्मम हत्या पर राजनीतिक घमासान के बीच भाजपा ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के साथ-साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा है। इस दौरान भारी तादाद में बीजेपी के कार्यकर्ता और पार्टी के नेता उपस्थित रहे। (Lucknow News)

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि दो लड़कों की जोड़ी अपराधियों की हितैषी बन गई है। राहुल गांधी से हम पूछना चाहते है कि क्या आपकी मोहब्बत की दुकान में सिर्फ अपराधी, भ्रष्टाचारी और बलात्कारी सामान ही उपलब्ध है। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अब कुछ क्यों नहीं बोल रही हैं। क्या उनके मुंह में दही जम गया है।

विपक्ष की चुप्पी पर उठाए सवाल

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में सुधांशु त्रिवेदी ने कोलकाता के साथ ही अयोध्या व कन्नौज में महिला अत्याचार पर विपक्ष की चुप्पी पर सवाल उठाए। पूछा कि आखिर इन घटनाओं पर सोनिया गांधी और इंडी गठबंधन के नेता चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि कोलकाता से लेकर अयोध्या व कन्नौज तक महिलाओं के प्रति विद्वेष के साथ-साथ अपराधियों को संरक्षण देने की खतरनाक मानसिकता दिखाई दे रही है।

उन्होंने मुलायम सिंह यादव के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें कहा गया था कि लड़के हैं, गलती हो जाती है। भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि जबसे दो लड़कों की ताकत बढ़ी है तभी से आपराधिक तत्वों की हिम्मत और बढ़ गई है। इस समय इन दो लड़कों से गलती नहीं हो रही, अपराधियों के संरक्षण देने का अपराध हो रहा है। इससे पहले भी ये पार्टियां अपराधियों को और यहां तक की आतंकियों को भी प्रश्रय देती रही हैं।

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस व सपा दोनों दल एक दूसरे को कवर फायर दे रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने अखिलेश यादव के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अब इसका अर्थ परिवारवादी, दबंग और अपराधी हो गया है। ये इनका असली चेहरा है और यही इनके राजनीतिक डीएनए में है।

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