उत्तर प्रदेशलखनऊ

Lucknow News: लखनऊ में मकानों पर क्यों लगाए लाल निशान? कमिश्नर ने अधिकारियों को लगाई फटकार

मामला मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा।

लखनऊ। (Lucknow News) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अकबर नगर में बुलडोजर चलने से सैकड़ों घर टूट गए थे। इसके बाद सिंचाई विभाग ने अकबर नगर, पंतनगर, इंद्रप्रस्थ नगर, खुर्रमनगर में कुकरैल नाले की 50 मीटर जद में आने वाले 2000 घरों में लाल निशान लगा दिए। अपने घर टूटने के डर से लोगों की रातों की नींद उड़ गई। खाना तक छूट गया। यहां के निवासियों ने घरों के बाहर रजिस्ट्री चस्पा कर दी, कभी गांधीगीरी करके प्रदर्शन किया तो कभी बच्चों के साथ धरना दिया। मामला मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा। उन्होंने महिलाओं के एक प्रतिनिधि मंडल को बुलाया और समस्या सुनी। सीएम ने घर न टूटने के निर्देश दिए और जबाब मांगा कि लाल निशान किस अधिकारी ने लगवाए। सीएम के फैसले के बाद यहां के निवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई। इसके बाद बुधवार को हुई बैठक में मंडलायुक्त ने सिंचाई विभाग के अफसरों को मकानों पर लाल निशान लगाने पर फटकार लगाई और जवाब तलब किया। बैठक में मंडलायुक्त ने जिला प्रशासन, एलडीए, सिंचाई विभाग और नगर निगम के अफसरों से पूछा कि घरों पर लाल निशान किसने लगाए और लाल निशान के बजाय लाल झंडों का इस्तेमाल क्यों नहीं किया। (Lucknow News)

इस पर जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया कि एलडीए ने लाल निशान लगाए थे। वहीं, एलडीए अफसरों ने सफाई देते हुए कहा कि सिंचाई विभाग ही नदी के दायरे की जमीन चिह्नित कर रहा था। सिंचाई विभाग की टीम ने ही घरों पर लाल निशान लगाए गए थे। इस पर मंडलायुक्त ने सिंचाई विभाग के अफसरों से पूछा कि घर पर लाल निशान क्यों लगाए गए, इसकी जगह झंडे लगाने चाहिए थे। (Lucknow News)

नदी की चौड़ाई का होगा सर्वे
मंडलायुक्त ने सिंचाई और राजस्व विभाग को नदी की चौड़ाई नापने का निर्देश दिए है। दोनों विभागों की संयुक्त टीम नदी की लंबाई के हिसाब से पता करेगी कि पहलेे नदी किन-किन खसरा संख्या की जमीन से गुजरती थी। इसी आधार पर नदी की चौड़ाई तय की जाएगी। इस रिपोर्ट के बाद एलडीए कुकरैल रिवर फ्रंट का डीपीआर बनाएगा।

नहीं पहुंचे अफसर
सीएम ने मंगलवार को अबरारनगर, पंतनगर, रहीमनगर और इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के लोगों को भरोसा दिलाया था कि इन इलाकों में कोई निजी मकान नहीं तोड़ा जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो पूरा मुआवजा मिलेगा। इसके साथ उन्होंने अफसरों को इन इलाकों का जायजा लेकर लोगों से मिलने और उनका भ्रम दूर करने के निर्देश दिए थे। ऐसे में लोग बुधवार सुबह से अफसरों का इंतजार करते रहे, लेकिन सीएम के आदेश के 24 घंटे बाद भी शाम तक कोई अफसर इन इलाकों में नहीं पहुचा। इस बीच सपा नेता अनुराग भदौरिया ने पंतनगर में लोगों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों से कहा कि पार्टी हर मुसीबत में आपके साथ है। वहीं, गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार राय और बाराबंकी से लोकसभा सांसद तनुज पुनिया भी इन इलाकों के लोगों से मुलाकात करेंगे।

अबरारनगर, पंतनगर, रहीमनगर और इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में सर्वे के दौरान सिंचाई विभाग ने कुकरैल किनारे 50 मीटर के दायरे में आने वाले मकानों पर लाल निशान लगा दिए थे। इससे लोगों में मकानों के ध्वस्तीकरण का भ्रम फैल गया था। सीएम के हस्तक्षेप के बाद यह भ्रम दूर हो सका।

सिंचाई विभाग ने बीते दिनों कुकरैल किनारे अबरारनगर, रहीमनगर, पंतनगर और इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में सर्वे कर करीब 2000 घरों पर लाल निशान लगाए थे। यहां रहने वाले ध्वस्तीकरण के खौफ में जी रहे थे और सर्वे का विरोध भी कर रहे थे। इस बीच मंगलवार को सीएम ने भरोसा दिलाया कि निजी भवनों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं होगी। कोई घर तोड़ा भी गया तो अधिग्रहण के नियमों के मुताबिक मुआवजा मिलेगा। इस ऐलान के बाद चारों कॉलोनियों के लोगों ने मिलकर पटाखे जलाकर और मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया। लोगों ने कहा कि हमारे लिए तो आज ही दिवाली है, आज ही होली है।

सीएम के ऐलान के बाद चारों मोहल्लों में महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने इकट्ठा होकर खुशी का इजहार किया। अबरारनगर निवासी राईस बानो ने कहा कि जिंदगी भर की पूंजी लगाकर घर बनाया था। इसके टूटने के डर में जी रहे थे। अब पता चल रहा है कि घर नहीं टूटेंगे तो सच में बहुत सुकून की बात है। रहीमनगर की शीतल सिंह ने कहा कि हम लोगों का संघर्ष काम आया। सरकार ने हमारी सुन ली। अब हमारे आशियाने नहीं टूटेंगे, इससे बड़ी खुशी और कुछ नहीं हो सकती है।

‘आपको सीएम सर से मिलना है?’
सीएम ने चारों इलाकों के कुछ लोगों से मिलने के इच्छा जाहिर की थी। इस एलडीए वीसी ने सुबह करीब नौ बजे दो अफसरों को इलाके में भेजा। अफसरों ने समिति के लोगों से बात करने के बजाय रैंडम तरीके से लोगों के घर कुंडी खटखटाई और कहा कि सीएम सर ने आपको अपनी बात रखने के लिए बुलाया है। इस तरह चारों इलाकों से 10 लोगों को चुना गया। इन्हें पहले एलडीए वीसी कैंप से सीएम आवास ले जाया गया।

बेटियों ने कहा, हमें भी सीएम से मिलना है
मकान के ध्वस्तीकरण पर रोक के बाद बच्चे भी बेहद खुश नजर आए। पांचवीं में पढ़ने वाली अनम खान का घर पंतनगर में है। अनम ने कहा कि जिस दिन से घर पर लाल निशान लग, उस दिन अम्मी-अब्बा सो नहीं पाए। अम्मी लाल निशान देख दिन भर में कई बार रोती थी। घर बचाने के लिए सीएम अंकल को मैंने पत्र भी लिखा था। वहीं, छठी में पढ़ने वाली सावी ओझा ने कहा कि जिस दिन से घर पर लाल निशान लगा, कोई ठीक से खाना नहीं खा पाया। आज स्कूल से लौटने पर पता चला कि अब हम लोगों का घर नहीं टूटेगा। हम बच्चे एक बार सीएम सर से मिलकर थैंक्यू बोलना चाहते हैं।

अधिकारियों को दिया आदेश
इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा है कि, संबंधित क्षेत्र में विजिट करें। वहां लोगों को क्या परेशानी है यह बात नोट करें। इसके साथ ही सीएम ने लोगों को बताया कि, रिवर बेड विकसित करने में अगर कोई निजी जमीन आती है तो नियम के अनुसार उन्हें मुआवजा भी दिया जाएगा। फ़िलहाल फ्लड जोन में आने वाली भूमि को खाली करने या मकानों को तोड़े जाने की न कोई आवश्यकता है न प्रस्ताव।

क्या है पूरा मामला
लखनऊ की कुकरैल नदी को रेजुविनेट करने के लिए एनजीटी के आदेश के पालन में सिंचाई विभाग ने नदी के फ्लड प्लेन जोन को चिन्हांकित किया था। नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के तहत यह एक्शन किया गया था। इसी दौरान कुछ अधिकारियों ने मकानों पर क्रॉस मार्क कर दिया जिससे खबर फ़ैल गई कि, इन मकानों पर जल्द ही बुलडोजर चलने वाला है।

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