लखनऊ में नीलांश वाटर पार्क पर चला बुलडोजर
- दलितों की जमीन पर था कई वर्षों से कब्जा, न्यायालय के आदेश पर हुई कार्रवाई।
ज्ञानेंद्र कुमार
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के बीकेटी तहसील क्षेत्र में पिछले दो सालों से गर्मी, बारिश, सर्दी में लगातार तिरंगा महाराज के नेतृत्व में अपनी जमीन का कब्जा छुड़ाने के लिए नीलांश वाटर पार्क के विरुद्ध धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों की मेहनत रंग लाई है। दलितों की जमीन पर कई वर्षों से कब्जा जमाए बैठे नीलांश वाटर पार्क पर न्यायालाय के आदेश के बाद बुलडोजर चलाया गया। बुलडोजर से नीलांश वॉटर पार्क का अतिक्रमण हटाया गया और किसानों की जमीन कब्जा मुक्त कराई गई। बुलडोजर की कार्रवाई प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में हुई। तिरंगा महाराज और किसानों ने जब सालों से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती देखी तो गोमती नदी में जल समाधि ली, इससे प्रसाशन में हड़कम्प मच गया। किसानों की मानें तो प्रशासन ने बुलडोजर से पार्किंग गेट तोड़कर केवल खाना पूर्ति की है, उनका प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा, जबतक उनकी जमीनें कब्जामुक्त नहीं होंगी।
सुल्तानपुर के सैकड़ों किसानों की पट्टा धारकों की पत्रावलियां तहसील से हुई गायब
किसानों के हितों के लिए संघर्ष कर रहे समाजसेवी दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा महाराज के नेतृत्व में सैकड़ो किसानों को उन्हें गोमती नदी पर जल समाधि आंदोलन कर धरना प्रदर्शन किया। लखनऊ बख्शी का तालाब तहसील क्षेत्र के इटौंजा इलाके में पवित्र मां गंगा गोमती की पूजा करने के पश्चात गोमती नदी में जल समाधि के आंदोलन में किसान गोमती नदी के किनारे पहुंचे। शनिवार को किसानों द्वारा जल समाधि की सूचना पर भारी पुलिसबल तैनात किया गया था वहीं इटौंजा थाना प्रभारी, एसीपी बीकेटी, उपजिलाधिकारी बीकेटी और उपजिलाधिकारी मलिहाबाद तथा तहसीलदार सहित राजस्वकर्मी मौजूद रहे।
गोमती नदी में हुआ खूब भ्रष्टाचार
गोमती नदी में हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आठ वर्ष पूर्व से लड़ाई लड़ रहे दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा महाराज समाजसेवी ने किसानों के साथ जल समाधि करने गोमती नदी के तट पर पहुंचे। जहां पहले से ही भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया था जिनके द्वारा किसानों को रोका गया। वहीं किसान गोमती नदी के किनारे बैठ गये और कहा कि जब तक किसानों को न्याय नहीं मिला जाता तब तक किसान डटे रहेंगे।
गौरतलब होकि कि बीकेटी क्षेत्र के आकडरिया गांव में स्थित गोमती नदी के किनारे एक निजी वाटर पार्क बना हुआ है । जिसको लेकर किसानों ने आरोप लगाया था कि उनकी खेतों को वाटर पार्क के मालिकों ने कब्जा कर लिया है । जिसको लेकर कई बार उपजिलाधिकारी बीकेटी और मलिहाबाद के नेतृत्व में राजस्वकर्मियों की टीम के द्वारा नपाई भी करायी जा चुकी है । वहीं किसानों का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा महाराज का आरोप है कि वाटर पार्क के मालिक भू-माफिया हैं । उन्होंने गोमती नदी को भूमाफियाओं से कब्जा मुक्त कराने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
उनका आरोप है कि वाटर पार्क के मालिक कांग्रेस नेता हैं और आलाधिकारियों से सांठगांठ है और अधिकारियों की मिली भगत से भू माफिया ने गोमती नदी की धारा मोड़कर नदी पर दीवार बना लिया है । दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा महाराज का यह भी आरोप है कि वाटर पार्क के मालिकों ने दलित गरीब किसानों के खेत और सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर रखा है । वहीं बीकेटी और मलिहाबाद तहसील प्रशासन की मिलीभगत से सरकारी और किसानों की जमीन कब्जामुक्त नहीं हो पा रही है । वहीं दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा महाराज ने कहा कि वाटर पार्क के मालिकों द्वारा गोमती नदी के लाखों लीटर पानी का इस्तेमाल कर पुनः गन्दा पानी नदी में बहा दिया जाता है । जिसके चलते जहां नदी के पानी का जलदोहन किया जा रहा है । वहीं पानी को प्रदूषित करने का काम भी किया जा रहा है।
वहीं तहसील प्रशासन द्वारा पार्किंग के पास लगे गेट की दीवार ध्वस्त कर खाना पूर्ति की गई । जबकि इसके पूर्व कई बार उपजिलाधिकारी बीकेटी और मलिहाबाद के नेतृत्व में राजस्वकर्मियों द्वारा नपाई की जा चुकी है । हर बार मामला दबता चला आया है।
एडीसीपी जितेन्द्र दुबे, बीकेटी एसडीएम सतीश चंद त्रिपाठी, बीकेटी एसीपी सुजीत दुबे, अन्य पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रहा। दीपक शुक्ला तिरंगा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कई सालों से हम धरना-प्रदर्शन कर न्याय पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं आखिर हम किसानों व महिलाओं को कब न्याय मिलेगा। वही दीपक शुक्ला तिरंगा ने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान मल्हार, बिना देवी, अन्य किसानों की जमीन पर निलांश वाटर पार्क ने किया है कब्जा , बीकेटी तहसील प्रशासन जमीन नहीं करवा पा रहा है खाली, जिससे कि किसानों में आक्रोश है।
एडीसीपी जितेन्द्र कुमार दुबे भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और किसानो की अगुवाई कर रहे तिरंगा महाराज को न्याय का भरोसा दिलाते हुए जल समाधि न लेने को कह मनाया और 13 तारीख को डीएम लखनऊ के साथ बैठक कर किसानों की समस्याओं को सुलझाने की बात की है एसीपी सुजीत दुबे ने कहा पुलिस किसानों की रक्षा के लिए तत्पर है और न्याय मिलेगा।
बीकेटी एसीपी सुजीत दुबे के द्वारा न्याय का आश्वासन मिलने पर जल समाधि का प्रोग्राम स्थगित कर तिरंगा महराज गोमती नदी मे महिलावो सहित नहा धो कर नदी के किनारे कपूर जलाकर पूजा पाठ कर, आंदोलन समाप्त किया।
बहादुरपुर सुल्तानपुर के सैकड़ों किसानों की पट्टा धारकों की पत्रावलियां तहसील से हुई थी गायब, जिससे कि किसान काफी नाराज होकर आक्रोशित हुए।